यूपी के गौतमबुद्ध नगर की एसडीएम और आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति के निलंबन का मामला अब हाई कोर्ट पहुंच गया है. mulayam-singh-and-durga-sha

सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने इस निलंबन के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में इस निलंबन को रोकने की अर्जी दी है.

मालूम हो कि दुर्गाशक्ति नागपाल को पिछले दिनों अखिलेश सरकार ने निलंबित कर दिया था. सरकार का आरोप था कि उन्होंने साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश की थी.
हालांकि जिस क्षेत्र में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़ने की बात की गयी थी वहां के थानेदार ने साफ कहा था कि ऐसी कोई बात नहीं थी.

दुर्गा के निलंबन के बाद यह बात सामने आयी थी कि उन्होंने बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई की थी जिसके बाद समाजवादी पार्टी के एक नेता ने उन्हें निलबिंत करने के लिए दबाव बनाया था.
इस मामले को अदालत में ले जाने वाली नूतन ठाकुर खुद आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी हैं.

इस निलंबन के बाद केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने मंगलवार को मुलायम सिंह यादव पर आरोप लगाया कि उनके रेत माफियाओं से रिश्ते हैं और यही नोएडा की एसडीएम के निलंबन की वजह है. वर्मा ने आईएएस अधिकारी और नोएडा की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन रद्द करने की मांग की.

वर्मा ने कहा, ‘यह निलंबन मुलायम सिंह के आदेश पर किया गया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस आदेश के बारे में जानकारी नहीं थी.

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