चुनाव आयोग ने बिहार की नकेल अपने हाथों में लेते ही नीतीश सरकार के अनेक नौकरशाहों पर तबादलों का चाबुक चला दिया है. गृहमंत्री आमिर सुबहानी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है तो दो हफ्ते पहले पटना से हटाये गये एसएसपी विकास वैभव को फिर से पटना का एसएसपी बनाने का फरमान जारी कर दिया है.

आमिर सुबहानी पर पहला चाबुक
आमिर सुबहानी पर पहला चाबुक

नौकरशाही न्यूज

गया से पटना लाये गये मनु महाराज को देखते ही देखते गया का फिर से तत्काल टिकट कटाने को कहा गया है. अब वह फिर से गया के एसएसपी होंगे.

 

आयोग ने अफने आदेश में कहा है कि गृह सचिव आमिर सुबहानी की जगह सुधीर कुमार राकेश को राज्य के गृहसचिव की जिम्मेदारी सौंपी जाये. सुधीर कुमार राकेश को भाजपा के कुछ नेताओं का करीबी माना जाता है.

चुनाव आयोग ने इस तबादले में 10 आईएएस और सात आईपीएस अफसरों को बदला है.

इस तबादले में प्रतिमा एस वर्मा को पटना का डीएम बनाया गया है.

इस पूरे तबादले में सबसे चौंकाने वाला तबादला आईपीएस विकास वैभव का है. विकास वैभव वही आईपीएस अफसर हैं जिन्हें कुछ महीने पहले बिहार सरकार ने पटना का एसएसपी बनाया था. पद संभालते ही वैभव ने जद यू के विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें जेल भेज दिया गया. इस काम को अंजाम देने के बमुश्किल दो महीने के भीतर वैभव को पटना से हटा दिया गया था. गौरतलब है कि उससे पहले वैभव एनआईए में डीआईजी के पद पर थे और जिम्मेदारी लेने की प्रतीक्षा में थे.

चुनाव आयोग के तबादले की सूची को गौर से देखें तो साफ हो जाता है कि हाल के दिनों में नीतीश सरकार ने जिन नौकरशाहों को इधर से उधर किया था उनमें से अधिकतर को चुनाव आयोग ने अपनी पुरानी जगह पर लौटाने का हुक्म जारी कर दिया है. इससे आयोग और राज्य सरकार के बीच तू डाल डाल मैं पात पात वाला खेल का आभास मिलता है.

इन तबादलों पर भले ही राजनीतिक दल कुछ प्रतिक्रिया दें, न दें लेकिन इतना तय है कि इन तबादलों से भाजपा खेमे में खुशी होगी तो सत्ताधारी दल में मायूसी महसूस की जायेगी.

By Editor

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