राष्‍ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) पटना के लोक नायक जयप्रकाश हवाई अड्डे पर एक बुनियादी प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहा है. पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्‍य सीआरबीएन यानी रासायनिक, जीव वैज्ञानिक रेडियोधर्मी तथा परमाणु सामग्री से उत्‍पन्‍न आपात स्थिति से निपटने की तैयारी में वृद्धि करना है. 

नौकरशाही डेस्‍क

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय विमानपत्‍त्‍न प्राधिकरण (एएआई) तथा इंस्टीट्यूट ऑफ न्‍यूक्लियर मेडिसन एंड एलाइड सांइसेज (इन्‍मास) के सहयोग से चलाया जा रहा है. इससे पहले इस तरह का कार्यकम चेन्‍नई, कोलकता, मुंबई तथा वाराणसी में किया जा चुका है. कार्यक्रम में व्‍याख्‍यानों के साथ-साथ फील्‍ड प्रशिक्षण भी दिया जाता है. हवाई अड्डों पर आपात स्थिति से निपटने वालों को लैस करने के अतिरिक्‍त कार्यक्रम उन्‍हें प्रथमिक चिकित्‍सा सहायता और प्रारंभिक मनो‍वैज्ञनिक समर्थन देने में भी सक्षम बनाएगा.

विभिन्‍न विभागों के विशेषज्ञ जैसे परमाणु ऊर्जा विभाग, राष्‍ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ), इन्‍मास, एनडीएमए के विशेषज्ञ व्‍याख्‍यान देंगे और सीबीआरएन आपात प्रबंधन से संबंधित विभिन्‍न क्षेत्रों पर डमोन्‍स्‍ट्रेशन देंगे. कुल 200 कर्मियों को सीबीआरएन आपात स्थिति के विभिन्‍न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसमें कार्यकारी स्‍तर के 150 लोगों का आधे दिन का मॉडयूल शामिल है. सीबीआरएन आपात स्थिति से निपटने में प्रशिक्षित एनडीआरएफ की टीम पटना में तैनात की गई है और कार्यक्रम में इनकी विशेषज्ञता का भी इस्‍तेमाल किया जाएगा.

 

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