कभी इस्लाम के कट्टर आलोचक और पैगम्बर मुहमम्द के खिलाफ फिल्म बनाने वाले हॉलैंड के राजनेता ने इस्लामी पार्टी के गठन की घोषणा की है.

आर्नॉड वॉनडूर्न
आर्नॉड वॉनडूर्न

ऑर्नाड वही राजनेता हैं जो कुछ साल पहले पैगम्बर मुहम्मद के ऊपर बनी फिल्म “फित्ना” के प्रोमोटर थे.हॉलैंड में कुछ साल पहले ‘फित्ना’ नामक फिल्म बनायी गयी थी जिसमें इस्लाम के पैगम्बर हजरत मुहम्मद की छवि को नाकारात्मक रूप से पेश किया गया था. इस फिल्म के रिलीज होने के बाद दुनिया भर में कोहराम मच गया था.

ट्वीटर पर की थी इस्लाम स्वीकारने की घोषणा

आर्नॉर्ड ने इसी साल मार्च में इस्लाम स्वीकार कर लिया था.जिसकी घोषणा उन्होंने ट्वीटर पर की थी. सियासत डॉट कॉम की खबरों में बताया गाय है कि ऑर्नाड ने हज करने के बाद मदीना में घोषणा की कि वह मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा के लिए हॉलैंड में राजनीतिक दल का गठन करेंगे जो पूरे युरोप के मुसलमानों के अधिकारों के लिए काम करेगा.

आर्नाड हॉलैंड के दक्षिणपंथी गीर्ट विल्डर्स के प्रवक्ता थे जिन्होंन यह फिल्म बनायी थी. वह फ्रीडम पार्टी के उपाध्यक्ष थे जो इस्लाम का कट्टर आलोचक है.यह राजनीतिक पार्टी इस्लाम विरोदी आंदोलन का हॉलैंड में प्रतिनिधित्व करती है.

अब बनायेंग “मुहम्मद: मानवता के मसीहा”

मदीना में हज करने के बाद ऑर्नाड ने बताया कि उन्होंने यह फिल्म नहीं बनायी थी पर पार्टी के प्रवकता होने के नाते इस फिल्म के प्रोमोशन की जिम्मेदारी उनकी थी. उन्होंने अपनी गलतियों की माफी मांगते हुए कहा कि वह बहुत जल्द इस्लाम और पैगम्बर मुहम्मद पर आधारित एक फिल्म “मुहम्मद: मानवता के मसीहा” नामक फिल्म बनायेंगे. उन्होंने कहा कि इस फिल्म के निर्माण में कनाडा क संगठन दावाह का सहयोग होगा. मालूम हो कि इस्लामी संगठन दावा के आमंत्रण पर ही आर्नाड ने इस हफ्ते हज अदा किया है.

आर्नाड ने कहा कि उनकी दूसरी फिल्म ‘मदीना: नूर इस्लाम’ होगी जो मदीना के इतिहास और इस्लाम की शिक्षा पर केंद्रित होगी. आर्नाड इन दिनों इस्लम के बारे में अपने अनुभवों पर आधारित एक पुस्तक भी लिख रहे हैं.

सियासत डॉट कॉम का कहना है कि जब ऑनार्ड मीडिया से बात कर रहे थो तो उनकी आंखों से आंसू छलक आये और उन्होंने रोते हुए कहा कि मैंने पैगम्बर साहब की शान में गुस्ताखी करने की भूल की है पर मैं अब अल्लाह से माफी मांगता हूं और अपनी बाकी जिंदगी इस्लाम के प्रोमोशन में लगाऊंगा. आर्नॉड ने कहा कि अब तक की उनकी जिंदगी खाली और खोखली थी लेकिन अब उनके जीवन को एक मुकसद मिल गया है.

उन्होंने कहा कि वह अपनी बूढी मां, पत्नी और बेटी को इस्लाम के बारे में बता रहे हैं.

47 वर्षीय ऑर्नाड ने इस्लाम स्वीकार करने का खुलासा इसी साल मार्च में ट्वीटर पर किया था. इस्लाम स्वीकार करने के कारणों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था किपश्चिमी मीडिया और सरकारों ने इस्लामोफोबिया का हौवा खड़ा कर दिया है और वे इस्लाम की गलत छवि पेश करते हैं. लेकिन अगर युरोप के लोगों को यह बताया जाता कि इस्लाम कितना खूबसूरत मजहब है तो लोग कब के इसे स्वीकार कर चुके होते.

By Editor

Comments are closed.