इंटेलिजेंस संस्थाओं ने सरकार को भेजे अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ के साम्प्रदायिक हिंसा को उकसाने में बजरंग दल का हाथ है.Kashmir clashes

डीके सिंह

बजरंग दल संघ परिवार से जुड़ा संगठन है. वित्त मंत्री ने सोमवार को यह जानकारी केंद्रीय कैबिनेट को दी है.

अतिवादी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए 1990 के दशक में गठित ग्राम रक्षा समितियों को भंग करने को लेकर मचे विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्लाह ने, बताया जाता है कि मंत्री परिषद से कहा था कि अनेक ग्राम रक्षा समितियों में साम्प्रदायिक तत्वों का बोलबाला है. जब इन समितियों का गठन हुआ था तो साम्प्रदायिक प्रवृत्ति के लोगों की जांच परख नहीं की जा सकी थी.

अब्दुल्ला ने कहा कि इस संबध में कदम उठाने की जरूरत है.

मंगलवार को जम्मू कश्मीर के प्रदेस कांग्रेस अध्यक्ष सैफुद्दीन सोज ने मांग की ग्राम रक्षा समितियों की भूमिका की समीक्षा की जानी चाहिए. इन समितियों को आतंकवाद से रक्षा करने के लिए हथियार दिये गये थे.

इस तरह के आरोप लगते रहे हैं कि इनमें से कुछ समितियों का निकट संबंध भारतीय जनता पार्टी से है.

सैफुद्दीन सोज ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि मेरी निजी राय है कि इन ग्राम रक्षा समितियों की भूमिका की समीक्षा की जानी चाहिए उन्होंने कहा- यह पार्टी की राय नहीं है क्योंकि उनकी पार्टी अभी इस बात का अध्ययन कर रही है.

साभार इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम

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