जहानाबाद विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने जदयू पर चुनाव का जबरिया बोझ थोप दिया है। जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष नीतीश कुमार ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि पार्टी उपचुनाव नहीं लड़ेगी। लेकिन भाजपा के पास जीतने के लायक कोई उम्‍मीदवार नहीं था तो मैदान मारने का जिम्‍मा नीतीश को सौंप दिया। जदयू ने गठबंधन धर्म के भविष्‍य को देखते हुए अपना उम्‍मीदवार भी मैदान में उतार दिया है।

वीरेंद्र यादव

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार फिलहाल जापान की यात्रा पर हैं। वे बिहार में निवेश के लिए जापान सरकार और उद्यमियों को आमंत्रित करने गये हैं। उन्‍होंने आज टोक्‍यो स्थित भारतीय दूतावास में आयोजित बिहार स्‍टेट इन्‍वेस्‍टमेंट प्रमोशन सेमिनार में बिहार में निवेश की संभावना और दोनों देशों के बीच पारस्‍परिक सहयोग से जुड़े आयामों को प्रमुखता से उठाया। जापान में आयोजित सेमिनार में उन्‍होंने बिहार के साथ अपनी मार्केटिंग के मौके भी तलाश लिये। सेमिनार को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि ‘बिहार अभी भी एक विकासशील राज्‍य है, इसने पिछले 12 वर्षों में महत्‍वपूर्ण बदलाव देखा है।’ उल्‍लेखनीय है कि पिछले 12 वर्षों से सरकार नीतीश कुमार ही चला रहे हैं।

इतना ही नहीं, अपने साथ ‘नीतीश निश्‍चय’ का बैनर-पोस्‍टर लेकर भी मुख्‍यमंत्री जापान गये हैं। जापान में एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान ‘नीतीश निश्‍चय’ का स्‍टैंडी भी कार्यक्रम में लगा हुआ दिखा। जबकि इस यात्रा का नीतीश निश्‍चय से कोई संबंध नहीं है। बिहार स्‍टेट इन्‍वेस्‍टमेंट प्रमोशन सेमिनार में अपने चार पन्‍नों के भाषण में नीतीश कुमार ने ‘नीतीश निश्‍चय’ की कोई चर्चा नहीं की। बिहार में सरकार के ‘सात निश्‍चय’ की योजना जापान जाकर ‘नीतीश निश्‍चय’ में बदल जाती है। जापान में नीतीश निश्‍चय की मार्केटिंग देखकर यही लगता है कि नीतीश विधानसभा उपचुनाव जहानाबाद में लड़ रहे हैं और प्रचार जापान में कर रहे हैं। जापान यात्रा में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्‍य सचिव अंजनी कुमार सिंह और सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार भी साथ में हैं।

By Editor