पहली बार जलवायु परिवर्तन पर 24 और 25 जून को सम्मेलन होगा, जिसमें पूर्वी भारत के मंत्री, अधिकारी और विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। उप मुख्यमंत्री सह वन एवं पर्यावरण मंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि पटना के ज्ञान भवन में जलवायु परिवर्तन पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 24 जून को करेंगे । इस सम्मेलन में केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन विशिष्ट अतिथि होगें। इसके अलावा केन्द्र सरकार समेत पश्चिम बंगाल, ओड़ीसा, झारखण्ड, असम, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के पर्यावरण एवं वन विभाग के मंत्री, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ, नीति निर्धारक, अधिकारी एवं अन्य संबंधित हितधारक भाग लेंगे। 


श्री मोदी ने कहा कि सम्मेलन में पूर्वी भारत के राज्यों में जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों पर परिचर्चा एवं विचारों का अदान-प्रदान होगा। उन्होंने कहा कि बिहार समेत भारत के अन्य पूर्वी राज्य वर्षा आधारित कृषि एवं वानिकी पर निर्भर करते हैं, जिसके कारण जलवायु परिवर्तन का सर्वाधिक प्रतिकूल प्रभाव इन राज्यों पर पड़ता है। सम्मेलन में इन राज्यों में जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न चुनौतियाँ, इनसे निपटने के लिए सक्षम कार्य प्रणाली, बेहतर नीतियों एवं योजनाओं का निर्माण आदि के संबंध में व्यापक विचार-विमर्श किये जायेंगे।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्मेलन में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन से संबंधित लगभग 100 राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ तथा किसान भी अपने विचारों एवं अनुभवों को साझा करेंगे। उन्होंने बताया कि आयोजन में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से बुलाया गया है ताकि नई पीढ़ी जलवायु परिवर्तन से अवगत होकर इसकी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बन सके।

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