मुजफ्फरपुर बालिका अल्पावास गृह  रेपकांड की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो  के SP जे.पी. मिश्र का तबादला कर  उनकी जगह देवेंद्र सिंह को कार्यभार संभालने पर राजद के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कड़ी  नाराजगी जताई. उन्‍होंने आशंका व्यक्त करते हुए है कि ये तबादला जांच को प्रभावित करने और बिहार में सत्ता शीर्ष पर  आसीन सत्ताधारी दल के कई वरीय नेताओ और अफसरों को बचाने के लिए किया गया प्रतीत होता है. 

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने ये भी कहा कि जब जांच की लपटे पटना के सत्ता शीर्ष के आस -पास पहुंचने लगी तो साजिशन जांच कर रहे SP का तबादला किया गया है. राजद प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री के गृह राज्य के राजधानी लखनऊ में  सीबीआई एसपी पद पर कार्यरत देवेंद्र सिंह को मुजफ्फरपुर सेल्टर होम मामले की जांच उन्हें  हवाले करना बेहद आश्चर्यजनक व निराशाजनक पहलू है.

उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है की सत्ता शीर्ष पर विराजमान नेताओ के द्वारा इस महापाप व मानवता को शर्मसार करने वाली घटना की लीपा-पोती करने की कुचेष्टा की जा रही है. ये न्यायोचित नहीं है और सरकार को चाहिए की निवर्तमान SP जे.पी. मिश्र के नेतृत्व में  इस घटना के आलोक में अब तक  किए गए जांच को आम -अवाम के बीच सार्वजनिक किया जाय तथा दोषियों पर कठोरतम कारवाई की जानी चाहिए.

गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप केस का मामला प्रकाश में तब आया जब टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) की ऑडिट रिपोर्ट सामने आई. बिहार सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कैसे इन बालिका गृह में छोटी-छोटी बच्चियों का शोषण किया जाता रहा है. इस मामले में राजद लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा था. मामले को लेकर बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग की मंत्री मंजू वर्मा को इस्तीफा तक देना पड़ा था. वहीं आज इस मामले में पटना हाईकोर्ट ने भी जे पी मिश्र के तबादले पर आपत्ति जाहिर की. कोर्ट ने सीबीआई को जांच रिपोर्ट नहीं सौंपने पर फटकार भी लगाई. अब मामले की सुनवाई सोमवार को होनी है.

 

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