जातिवादी व सामंती मानसिकता पर बिहार के गोपालगंज जिले के डीएम राहुल कुमार ने ऐसा प्रहार किया कि लोगों की नजरों में उनका सम्मान बढ़ गया. क्या था मामला ?

भोजन करते डीएम ( फोटो साभार भास्कर डॉट कॉम)
भोजन करते डीएम ( फोटो साभार भास्कर डॉट कॉम)

गोपालगंज के कल्याणपुर गांव के दबंग जाति के लोगों ने एक स्कूल में खाना बनाने वाली पिछड़ी जाति की विधवा के हाथों खाना बनाने पर जबरन पाबंदी लगा दी थी. इतना ही नहीं कुछ लोगों ने स्कूल में यह कहते हुए ताला जड़ दिया था कि न स्कूल खुलेगा और न ही खाना बनाने की नौबत आयेगी.

गांव के 100 से ज्यादा लोगों ने स्कूल को घेर लिया और ताल लगा दिया. स्कूल बंद होने और विधवा के साथ बदसुलूकी की खबर सुनन के बाद डीएम राहुल कुमार खुद स्कूल पहुंचे. ताला खुलवाया. और महिला को खाना बनाने का आदेश दिया. इतना ही नहीं उन्होंने तमाम बच्चों के साथ खुद भी महिला द्वारा बनाये गये खाने को खाया भी.

इस सिलसिले में डीएम राहुल कुमार ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा- , ” गांव के कुछ गुमराह लोगों ने विधवा को मिड डे मील बनाने से रोकने की धमकी दी थी.उन्होंने कहा था कि वे स्कूल से अपने बच्चों को वापस बुला लेंगे।”

उन्होंने अपने दूसरे ट्विट में लिखा- ”लोगों के मिथ को तोड़ने के लिए कभी-कभी आपको ऐसा करना पड़ता है। मैंने उसी विधवा महिला से खाना बनवाया और उसी ने मुझे खाना परोसा।”

By Editor

Comments are closed.