चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद 77 दिनों के बाद जेल से जमानत पर रिहा हो गये हैं उन्होंने कहा जेल तो भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है मैं इसे नमन करता हूं.

रिहाई के बाद
रिहाई के बाद

रांची हाई कोर्ट द्वार इस मामले में जमानत नहीं मिलने पर उनके वकील रामजेठमनाली ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 13 दिसम्बर को जमानत दे दी लेकिन बीच में शनिवार और रविवार पड़ने के कारण उनकी रिहाई सोमवार को ही हो सकी.

जेल से रिहा होने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा था और आगे भी उम्मीद है कि न्यायपालिका से उन्हें अंतिम रूप से न्याय मिलेगा.

उन्होंने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं. लालू ने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि सभी धर्मनिरपेक्ष पार्टियां एक मंच पर आयें. विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार पर उन्होंने कहा कि हार-जीत राजनीति में लगी रहती है. जेल के अनुभव पर उन्होंने कहा कि जेल हमारे देश में भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है, इसलिए मैं इसको नमन करता हूं.

लालू ने नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि वे मैदान में जाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने सीबीआई पर फिर से हमला बोलते हुए कहा कि उसने उनके साथ पक्षपात किया है.

केन्द्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत ने 25-25 हजार रुपये के दो मुचलकों पर उन्हें रिहा करने का आदेश दिया.न्यायालय ने यादव को विदेश जाने से पहले अदालत से अनुमति लेने को भी कहा है.

उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर को उच्चतम न्यायालय ने यादव को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था। यादव चारा घोटाला के नियमित मामले 20ए/96 में 30 सितंबर से होटवार जेल में बंद थे और उन्हें तीन अक्टूबर को इस मामले में सजा सुनायी गयी थी.

By Editor