बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह राजद नेता तेजस्वी यादव और देश की चर्चित एंकर अंजना ओम कश्यप के बीच भी ट्विटर वार शुरू होता दिख रहा है। यही वजह है कि जब अंजना ने तेजस्वी यादव की भावना पर सवाल खड़े किये, तो तेजस्वी ने उन्हें करारा जवाब दिया।

ट्विटर वार
नौकरशाही डेस्क
दरअसल, बीते दिनों उत्तर प्रदेश में सपा नेता अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने साल 2019 का लोकसभा चुनाव साथ लड़ने का फैसला किया। इसके बाद तेजस्वी यादव लखनऊ गए और दोनों दिग्गज नेताओं से मुलाकात की। इस पर अंजना ओम कश्यप ने अपने चैनल पर ‘साथ आए हैं – यूपी बिहार लूटने’ नाम का प्रोग्राम किया। अजंना ने इसे अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया।
Read This : आशीर्वाद: यह भेंट SP-BSP Alliance की घोषणा के दो दिन बाद और Mayawati के बर्थडे के दो दिन पहले क्यों हुई?
तब यह बता तेजस्वी यादव को नागवार गुजरी और उन्होंने उनके ट्विट को री ट्विट कर जवाब में लिखा – ‘बेचैनी समझ आ रही है। मोदी नाम का जाप ही इतना कर लिया कि अब इतने बड़े नियोक्ता के हटने मात्र के ख़्याल से ही घबराहट में हड़बड़ाहट से “जीतने” को “लूटने” लिखा गया। ख़ैर, मोदी जी की 40 पार्टियों के रहमो करम पर चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश तो शो-बाजो के लिए मास्टर स्ट्रोक है।‘
बेचैनी समझ आ रही है। मोदी नाम का जाप ही इतना कर लिया कि अब इतने बड़े नियोक्ता के हटने मात्र के ख़्याल से ही घबराहट में हड़बड़ाहट से “जीतने” को “लूटने” लिखा गया।
ख़ैर,मोदी जी की 40 पार्टियों के रहमो करम पर चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश तो शो-बाजो के लिए मास्टर स्ट्रोक है। pic.twitter.com/78C7HXt6Xf
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 15, 2019
इस पर पलटवार करते हुए अंजना ओम कश्यप ने तेजस्वी की भावना को कठघरे में खड़ा कर दिया और लिख दिया कि मीडिया पर एकतरफा मानसिकता से निकलिए। इस बार अंजना ने तेजस्वी यादव को टैग कर लिखा – ‘इस नाम पर एडिटोरियल मीट में काफ़ी चर्चा हुई थी। गाने में तो बादशाहत और दिल लूटने की भावना थी। @yadavtejashwi जिसकी जैसी भावना वो वैसे समझता है। ज़रा बाहर निकलिए मीडिया पर एकतरफा मानसिकता से।
इस नाम पर एडिटोरियल मीट में काफ़ी चर्चा हुई थी। गाने में तो बादशाहत और दिल लूटने की भावना थी। @yadavtejashwi जिसकी जैसी भावना वो वैसे समझता है। ज़रा बाहर निकलिए मीडिया पर एकतरफा मानसिकता से। https://t.co/k5tI35KLUV
— Anjana Om Kashyap (@anjanaomkashyap) January 15, 2019
बस फिर क्या था। तेजस्वी यादव ने अंजना के इस ट्विट पर करारा जवाब दिया और लिखा – ‘एडिटोरियल मीट में पनेलिस्ट्स को प्रभु कहने पर तो चर्चा नहीं हुई होगी। मीडिया की एकतरफ़ा मानसिकता के विषय में सुदूर गाँवों में बैठे लोग भी बता सकते है कि देश के प्रमुख सरकारी मान्यता प्राप्त पन्ना प्रमुख कौन-कौन है। हमें किसी के किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह से कोई आपत्ति नहीं।‘
एडिटोरियल मीट में पनेलिस्ट्स को प्रभु कहने पर तो चर्चा नहीं हुई होगी। मीडिया की एकतरफ़ा मानसिकता के विषय में सुदूर गाँवों में बैठे लोग भी बता सकते है कि देश के प्रमुख सरकारी मान्यता प्राप्त पन्ना प्रमुख कौन-कौन है। हमें किसी के किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह से कोई आपत्ति नहीं। https://t.co/H4yvEr7nDT
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 16, 2019