आखिरकार  मोतिहारी के हरसिद्धि प्रखंड में फर्जी प्रमाण पत्र कार्यरत 25 शिक्षकों पर कार्रवाई की गाज गिर ही गई. इन सभी शिक्षकों का नियोजन रद्द कर कर दिया गया है. उनसे वेतन के पैसे भी वापस लिये जायेंगे.

यह फैसला नियोजन इकाई की बैठक में शनिवार को लिया गया.

बैठक की अध्यक्षता प्रमुख मो. कासिम ने की. इस बाबत डीईओ, पूर्वी चंपारण ने एक चिट्ठी पिछले महीने 17 दिसम्बर को ही बीडीओ के पास निर्गत की थी. पत्र में फर्जी प्रमाण पत्र पर कार्यरत इन सभी 25 शिक्षकों का नियोजन रद्द करने और प्राथमिकी दर्ज कर वित्तीय वसूली का आदेश था.

 

2 जनवरी को स्थानीय अखबारों प्रभात खबर व हिन्दुस्तान ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो मामला प्रकाश में आया.

इसके बावजूद नियोजन इकाई कार्रवाई करने में लीपापोती कर रही थी. बीडीओ चंद्रभूषण कुमार ने बताया कि बैठक कर शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. प्राथमिकी दर्ज कर वित्तीय वसूली की कार्रवाई सोमवार को होगी.

गौरतलब है कि इन फर्जी शिक्षकों को हटाने को लेकर पूर्व लोक शिक्षक हरेश सिंह ने आरटीआई से सूचना मंगा वर्ष 13 में डीईओ को आवेदन दिया था. लेकिन उचित करवाई ना होने पर उन्होंने उच्च न्यायालय, पटना में मुकदमा दायर किया था.

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