गुजरात सरकार के आगे नहीं झुकने पर नौकरी से निकाल दिये गये आईपीएस संजीव भट्ट के बेटे ने लंदन से अपने पिता को दिल दहला देने वाली चिट्ठी लिखी है. पढिएय पूरी चिट्ठी.

संजीव भट्ट:करियर की कीमत पर भी नहीं झुके
संजीव भट्ट:करियर की कीमत पर भी नहीं झुके

गौरतलब है कि संजीव भट्ट वही आईपीएस अफसर हैं जिन्होंने 2011 में सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दायर कर कहा था कि वह सीनियर पुलिस अफसरों की तत्कालीन मुख्यमंत्री संग उस मीटिंग में शामिल थे जिसमें नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंदुओं के गुस्से को मत दबायें. उस समय गुजरात में हुए दंगों में 1200 लोग मारे गये थे.

इसके बाद पिछले दिनों केंद्र सरकार ने संजीव भट्ट को नौकरी से बर्खास्त कर दिया. इसी मुद्दे पर संजीव के बेटे ने यह पत्र, अपने पिता को लिखा है.

आदरणीय पिताजी

इस दुखद दिन पर जब भारतीय गणतंत्र अपने सबसे होनहार, कुशाग्र, ईमानदार और निडर अधिकारी को खो रहा है, मैं आपको सलाम करता हूं डैड। मैं आपको सलाम करना चाहता हूं और आपका शुक्रिया करना चाहता हूं।

मैं आपके बेटे के तौर पर और इस दुनिया के एक शिक्षित, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक के तौर पर आपका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं क्योंकि आपने बिना यह सोचे कि आप पर और भारतीय पुलिस सेवा के आपके करियर पर क्या असर पड़ेगा, वह किया जो करना सही था।

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मैं आपका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं क्योंकि आप उन लोगों के लिए खड़े हुए जिनकी मदद मांगती चीख-पुकार और जिनका विरोध लोगों ने अनसुना कर दिया था। मैं आज आपसे यह कहना चाहता हूं कि मैं आपके ऊपर कितना गर्व महसूस करता हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि आपने एक बेहद सुविधा संपन्न और खतरनाक सिस्टम के खिलाफ अपनी पूरी ताकत और सामर्थ्य लगाकर बहुत मुश्किल लड़ाई लड़ने का जोखिम उठाया।

पर मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। बल्कि यह लड़ाई तो और भी खतरनाक और गंदे स्तर पर पहुंच गई है। पर आप आज भी वही खड़े हैं जहां आप आज से 14 साल पहले साल 2002 में खड़े थे। आज भी आपके अंदर वही हिम्मत, वही निडरता है जो आज से 27 साल पहले उस समय थी जब आपने भारतीय पुलिस सेवा में एक अधिकारी के तौर पर कदम रखा था। आप तब भी भारतीय गणतंत्र पर हावी होने की कोशिश करने वाले सबसे घातक सरकार से भी टकराने को तैयार थे।

एक परिवार के तौर पर हम हमेशा आपके साथ खड़े रहे। आपका समर्थन करते रहे और हम आगे भी हमेशा ऐसा करते रहेंगे। अपने रास्ते से भटक चुके वह लोग जो मौजूदा सरकार को चला रहे हैं अब और भी मजबूती से हमारे परिवार को तोड़ने की कोशिश करेंगे।

पर मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि हमारा परिवार ऐसा परिवार है जो एक-दूसरे के साथ प्यार, भरोसे और एक-दूसरे के लिए बेपनाह इज्जत जैसी मजबूत कड़ी से जुड़े हैं। आपको और हमें तोड़ने की लगातार कोशिशें बेशक बेकार जाएंगी। ऐसी कोशिशें बल्कि हमें और भी मजबूत बनाएंगी और आपके प्रति हमारे समर्थन का जज्बा और भी ज्यादा मजबूत करेंगी। इसीलिए आप जिन कारणों से लड़ रहे हैं, उनके प्रति हमारा समर्थन भी बढ़ता जाएगा।

और आखिर में, मैं दुश्मनों की तरह बर्ताव करने वाली इस सरकार से आजाद होने के लिए आपको बधाई देना चाहता हूं। यह सरकार ऐसी है जो अपने खिलाफ बोलने वाले हर इंसान को तोड़ना चाहती है। जो भी सच के लिए खड़ा होता है उससे यह सरकार दुश्मनी निकालने की कोशिश करती है। आपकी जिंदगी के इस नए अध्याय में मैं आपको बहुत सारी शुभकामनाएं देता हूं।

आप वह सब कुछ कर सकें, हर वह चीज हासिल कर सकें जो आपको खुश और संतुष्ट करती हो। हम एक परिवार के तौर पर हमेशा आपके साथ-आपके पीछे खड़े होंगे। आपके हर फैसले में हम आपके साथ होंगे।

आपको बहुत सारा प्यार और सम्मान शांतनु भट्ट (एक ऐसा बेटा जिसे आपसे बेहद प्यार है और जिसे आप पर बहुत गर्व है।) साथ में, आकाशी भट्ट

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