कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने आज कहा कि जल संचय को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दक्षिण बिहार के 17 जिलों में जलछाजन योजना शुरू की गई है।  डॉ. कुमार ने बताया कि वर्षा के जल के संचय को बढ़ावा देने, वातावरण को संरक्षित करने तथा जगह-जगह हरियाली लाने के उद्देश्य से औरंगाबाद, गया, अरवल, जहानाबाद, नवादा, रोहतास, भोजपुर, कैमूर, बक्सर, मुंगेर, जमुई, शेखपुरा, लखीसराय, भागलपुर, बांका, पटना तथा नालंदा जिले में जलछाजन योजना शुरू की गई है।

 

इसके तहत फिलहाल 123 परियोजनाओं पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जल संचय होने से पीने के पानी, मछली पालन, सिचाई, हरियाली आदि के लिए आसानी से जल सुलभ हो सकेगा। साथ ही वातावरण प्राकृतिक रूप से संरक्षित तथा हरा भरा रहेगा। इससे वर्षा कम होने की समस्या भी दूर हो सकेगी।

कृषि मंत्री ने बताया कि शीघ्र ही इन जिलों में 332 नई योजनाओं की शुरुआत करने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि 17 जिलों में जलछाजन योजना पर अगले तीन वर्षों के भीतर 3001 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव है। इसके लिए प्रदेश के कृषि विभाग की ओर से विशेष रूप से मॉनिटरिंग की जा रही है। जलछाजन योजना को लागू कर प्रदेश में होने वाले संभावित जल संकट को भी दूर करने में मदद मिलेगी।

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