केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन और उनकी कंपनियों से कथित तौर पर जुड़ी हुई संपत्तियों के कागजात और दो करोड़ रुपये की डिपोजिट स्लिप्स के अलावा उनकी कंपनी की 41 चेकबुक बरामद की है। सीबीआई की एक टीम ने यह दस्तावेज दिल्ली डेंटल काउंसिल के एक रजिस्ट्रार और काउंसिल के एक वकील के आवास तथा कार्यालयों में छापेमारी के दौरान बरामद किये। 

 

सीबीआई डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार ऋषि राज के खिलाफ रिश्वत लेने के एक मामले की जांच कर रही थी। उसी सिलसिले में जब ऋषिराज के लॉकरों की तलाशी ली गई तो उनमें से 24 लाख रुपये नकद और आधा किलो सोना बरामद हुआ। साथ ही उन लॉकर्स में श्री जैन की तीन संपत्तियों के कागजात, दो करोड़ की डिपोजिट स्लिप और 41 चेक बुक बरामद हुईं।

डॉक्टर ऋषि राज और प्रदीप शर्मा डेंटल काउंसिल के सामने आए किसी केस में शिकायतकर्ता की मदद और उसके पक्ष में फैसला देने के नाम पर उससे चार लाख 73 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे, तभी उन्हें रंगे हाथों गिराफ्तार कर लिया गया। इसी मामले की छानबीन के दौरान सीबीआई के हाथ श्री जैन की संपत्ति के दस्तावेज भी लग गए। बरामद किये गये कागजातों में शामिल हैं तीन संपत्तियों के कागजात, जिनमें दिल्ली के कराला गांव में खरीदी गई 12 बीघा 2 बिस्वा और 8 बीघा 17 बिस्वा, दो अलग-अलग जमीनों की सेल डीड हैं। इसके अलावा कराला गांव की ही 14 बीघा जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी है।

 

इस बीच आम आदमी पार्टी ने सीबीआई की इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मीडिया सलाहकार नागेन्द्र शर्मा ने ट्वीट कर कहा कि सीबीआई की इस कार्रवाई का उद्देश्य सत्येन्द्र जैन की छवि को खराब करना है।

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