नी‍ति आयोग की दूसरी डेल्टा रैंकिंग में बिहार के दो जिलों को शामिल किया गया है। इनमें एक औरंगाबाद है, जहां समग्र रैंकिंग में सर्वाधिक बेहतरी दर्शाने वाले जिले के रूप में चिन्हित किया गया है, जबकि जमुई को फ़ास्ट मूवर्स की श्रेणी में रखा गया है।

नौकरशाही डेस्क 
नीति आयोग ने आज आकांक्षी जिलों के लिए दूसरी डेल्‍टा रैंकिंग जारी की, जिसके तहत 1 जून, 2018 से लेकर 31 अक्‍टूबर, 2018 के बीच स्‍वास्‍थ्‍य एवं पोषण, शिक्षा,कृषि एवं जल संसाधन, वित्‍तीय समावेश, कौशल विकास और मूल बुनियादी ढांचे से जुड़े छह विकास क्षेत्रों में इन जिलों द्वारा की गई प्रगति को मापा गया है।
औरंगाबाद

‘परिवारों के बीच कराए गए सर्वेक्षणों’ के मान्य डेटा रैंकिंग में शामिल किए गए हैं। ये सर्वेक्षण नीति आयोग के ज्ञान साझेदारों जैसे कि टाटा ट्रस्‍ट्स और बिल एंड मेलिंदा गेट्स फाउंडेशन (आईडीइनसाइट) द्वारा कराए गए हैं। ये सर्वेक्षण जून माह के दौरान सभी आकांक्षी जिलों में कराए गए जिनके तहत 1,00,000 से भी अधिक परिवारों को कवर किया गया।

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नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने दूसरी डेल्‍टा रैंकिंग जारी करते हुए कहा, ‘हमने तीसरे पक्ष (थर्ड पार्टी) द्वारा सत्‍यापित आंकड़ों के उपयोग के जरिये आकांक्षी जिलों में गुणात्‍मक विकास का पारदर्शी एवं वास्‍तविक समय पर आकलन सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। इससे साक्ष्‍य आधारित नीति निर्माण की बुनियाद या आधारों पर प्रतिस्‍पर्धी एवं सहकारी संघवाद की भावना और ज्‍यादा मजबूत होगी।’

जमुई

जून और अक्टूबर 2018 के दौरान संयुक्त रूप से हुई बेहतरी को ध्‍यान में रखते हुए डेल्‍टा रैंकिंग की गणना पारदर्शी ढंग से की गई है।

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