राजद – जदयू – कांग्रेस का गठबंधन टूटने के बाद राजद द्वारा मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर चौतरफा हमला जारी है. आज पहले प्रेस कांफ्रेस कर राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने ने पूछा कि क्या 302 के मुज़रिम को बिहार का प्रधान रहना चाहिए? पिछले दिनों राजनीति में ऐसा परिवर्तन हुआ है, जिसके अनुसार सत्ता का प्रधान वही रह सकता है, जिस पर IPC की किसी धारा में अपराध का मुकदमा दायर न हो. वहीं, वहीं, लालू प्रसाद ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर हमला बोला.

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने लिखा कि नीतीश पर 302, हत्या और आर्म्स ऐक्ट का केस है, लेकिन फिर भी कंबल ओढ़कर व दूसरो को मायावी छवि का सफ़ेद कंबल ओढ़ाकर “God of Morality”बना हुआ है. एक अन्‍य ट्वीट में लिखा –‘एक व्यक्ति की नृशंस हत्या करने व 302 के तहत हत्या के संगीन जुर्म में आरोपित नीतीश को CM बनते वक़्त अंतरात्मा ने पुकारा था या कुर्सीआत्मा ने?’

राजद सुप्रीमो के अनुसार, मित्रों, क्या हत्या जैसे संगीन जुर्म में आरोपित मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बैठने का नैतिक अधिकार है जहाँ केस ही CM Versus State of Bihar हो? हम नहीं हत्या का गवाह on कैमरा मीडिया वाले को कह रहा है कि नीतीश ने गोली चलाई और मुख्यमंत्री बनने के बाद दबाव देकर केस को दबा दिया.

 

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