युनिसेफ बिहार ने रविवार को बच्चों के अधिकार के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल विषय पर पटना में कार्यशाला का आयोजन किया. इस अवसर पर सोशल मीडिया के बुनियादी तरीकों और उपयोग पर गंभीर चर्चा की गयी.

कार्यशाला में मौजूद वक्ता
कार्यशाला में मौजूद वक्ता

कार्यशाला के आरंभ में युनिसेफ की कम्युनिकेशन विषेज्ञ निपूर्ण गुप्ता ने कार्यशाला के महत्व पर चर्चा की. नौकशाही डॉट इन के सम्पादक  इर्शादुल हक ने सोशल मीडिया के महत्व की चर्चा करते हुए मिस्र के आंदोलन और दिल्ली में इंडिया अगेंस्ट क्रप्शन जैसे आंदोलनों की चर्चा की जो सोशल मीडिया के कारण व्यापक रूप ले सका.

सीयूएसबी के सहायक प्रोफेसर सुजीत कुमार ने फेसबुक, ट्विटर यूट्यूब आदि सोशल मीडिया की  बारीकियों की चर्चा करते हुए बताया कि कैसे सोशल मीडिया का उपयोग बाल अधिकारों के लिए किया जा सकता है.

युनिसेफ के मीडिया कंसल्टेंट अविनाश उज्जवल ने युनिसेफ के सोशल मीडिया की सक्रियता की चर्चा की और बताया कि कैसे सोशल मीडिया के उपयोग से बच्चों के अधिकारों के प्रति लोगों को सजग किया जा रहा है.

वरिष्ठ ब्लॉगर जीएन झा ने ब्लॉग्स के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल के प्रति लोगों को सजग किया.

इंडिया टुडे ग्रूप के सोशल मीडिया ऐंड कंटेंट सवर्विसेज के वरिष्ठ सम्पादक सुशांत झा ने सोशल मीडिया के नवीनतम प्रोयग के बारे में बताया. उन्होंने सोशल मीडिया पर कंटेंट शेयरिंग की बारीकियों की चर्चा की. इस अवसर पर रुद्र डेवलपमेंट फाउंडेशन की सचिव शेफाली भारद्वाज ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम का आयोजन रुद्र डेवलपमेंट फाउंडेशन के सहयोग से किया गया.

मंच का संचाल युनिसेफ की अर्शी अग्रवाल ने किया.

वर्कशाप में  साउथ बिहार सेंट्रल युनिवर्सिटी, पटना कालेज, मौलाना मजहरुल हक युनिवर्सिटी, पटना वूमेन कालेज, डाक्टर जाकिर हुसैन इंस्टिच्यूट समेत अन्य मीडिया संस्थानों के स्टुडेंट्स ने हिस्सा लिया.

 

By Editor