मध्यप्रदेश के सीएम के खिलाफ ट्विटर पर #बिजली_चोर_शिवराज ट्रेंड कर रहा है. अब तक इस मुद्दे पर हजारों लोगों ने ट्विट, रिट्विट और कमेंट किया है. आखिर क्या है मामला और कौन चला रहा है यह अभियान?

वोट4आप के ट्विटर हैंडल से शुरू इस अभियान में मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को बिजली चोर घोषित किया जा रहा है. उनके खिलाफ इस अभियान में लगे लोगों का आरोप है कि शिवराज सिंह चौहान ने बिजली कम्पनियों को खुली छूट दे दी है जिसके कारण आम आदमी का एक हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.  तेजकरण प्रजापति ने लिखा है कि शिवराज सिंह चौहान के इल्कट्रिसिटी स्कैम के खिलाफ आम आदमी पार्टी के सांसद दस महीने से संघर्ष कर रहे हैं. वोट4 आप ने लिखा है कि शिवराज ने बिजली कम्पनियों की कभी ऑडिट नहीं करायी जिसके कारण आम आदमी को एक हजार करोड़ रुपये का चूना लग चुका है.

शादाब खान ने एक अखबार की क्लिपिंग शेयर की है जिसमें कहा गया है कि विद्युत नियामक आयोग ने बिजली कम्पनी की याचिका खारिज कर दी है. यह शिवराज का एक हजार करोड़ रुपये का घोटाला है.

बजवा नामक ट्विटर हैंडल से शिराज सिंह चौहान की तस्वीर के साथ एक कंटेट पोस्ट किया है जिसमें लिखा है हमारा यह मुख्यमंत्री बिजली चोर है, अब हम 2018 तक क्या कर सकते हैं क्योंकि तब तक तो यही सीएम रहेंगे. जनता उन्हें फिर से सीएम नहीं बनाने वाली. वहीं आलोक अग्रवाल ने लिखा है कि मप्र सरकार ने ब्लैक लिस्टेड कम्पनी लैंको से अधिकतम तय दर से करीब देढ़ गुने रेट पर बिजली खरीदी और 1000 करोड़ का घोटाला किया.

जबकि गुरप्रीत सिंह रिंकु ने लिखा है-आप म.प्र. द्वारा इसी सन्दर्भ में 18/4/17 को शिवराज की याचिका का विरोध किया था जिसको विद्युत् नियामक आयोग ने ख़ारिज कर दिया.

 

 

 

 

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