बिहार चुनाव: नालंदा के हरनौत में सुशासन बाबू की प्रतिष्ठा दांव पर

हरनौत विधान सभा क्षेत्र में दो उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला है. LJP की ममता देवी (बायें) और जदयू के हरिनारायण सिंह (दायें).

संजय कुमार की रिपोर्ट

बिहारशरीफ: बिहार के मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार का गृह प्रखंड का विधानसभा क्षेत्र हरनौत हमेशा सुर्खियों में रहा है। यहां से जीत हार उनके लिए मायने रखता है।इसके बाद भी यहां से एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी व वर्तमान विधायक पूर्व शिक्षा मंत्री हरिनारायण सिंह का मुकाबला लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की ममता देवी से है। दोनों प्रत्याशी कुर्मी जाति से आते हैं.

वैसे तो नालंदा जिला में सात विधानसभा क्षेत्र है। परंतु पूरे बिहार की निगाहें हरनौत विधानसभा क्षेत्र पर लगी रहती है। इसबार हरनौत विधानसभा क्षेत्र में कुल 24 उम्मीदवार चुनावी दंगल में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। परंतु मुख्य मुकाबला 4 प्रत्याशियों के बीच दिख रहा है ।महागठबंधन के कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी कुंदन कुमार ईवीएम में नंबर एक पर हैं। लेकिन जिले के बाहर के उम्मीदवार होने के कारण वह मुकाबला में नहीं दिख रहे हैं।


जब संवादाता संजय कुमार ने इस विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा करने के बाद देखा कि चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। लोग चुनावी चर्चा में मशगूल हैं । बाजार की चाय की दुकान हो या गांव कि दालान ,सब अपना अपना तर्क देकर अपने प्रत्याशी के पक्ष में बोल रहे हैं। समीकरण बता रहे हैं की कौन ,कैसे जीतेगा और कौन कैसे हारेगा। अपने-अपने पक्ष के उम्मीदवार के प्रति लोग तेज बहस करने से भी बाज़ नहीं आ रहे हैं।


2010 के नए परिसीमन में हरनौत विधानसभा क्षेत्र का भूगोल बदल गया है। पहले रहुई प्रखंड को मिलाकर हरनौत विधानसभा क्षेत्र था। नए परिसीमन में रहुई प्रखंड को अलग कर बिहार शरीफ विधानसभा क्षेत्र में मिला दिया गया और चंडी विधानसभा क्षेत्र को विलोपित कर चंङी व नगरनौसा प्रखंड को हरनौत में शामिल कर लिया गया। भौगोलिक क्षेत्र बदलने के साथ-साथ हरनौत सामाजिक समीकरण भी बदल गया है।


1952 से ही चंडी विधानसभा क्षेत्र तथा1977 में हरनौत विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया था। 2014 में चंडी विधानसभा क्षेत्र का विलोपन चंडी के मतदाताओं को भारी आघात माना जा रहा है और यह सब करनी है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा 8 बार चंडी से विधायक रहे हरिनारायण सिंह का। हरनौत के जदयू विधायक हरिनारायण सिह की वास्तविक आयु 80 साल है। प्रत्याशियों में सबसे बुजुर्ग उम्मीदवार माने जाते हैं।


कुर्मी बहुल हरनौत विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला कुर्मी जाति के बीच ही दिख रहा है। चाहे हरिनारायण सिंह जीते या ममता देवी । जीत का सेहरा कुर्मी जाति के सिर पर सजेगा।


विगत चुनाव 2015 में वर्तमान विधायक हरिनारायण सिह ने लोजपा प्रत्याशी अरुण कुमार को 14 हजार से अधिक मतों से हराया था। हरिनारायण सिंह को 719 33 तथा लोजपा प्रत्याशी अरुण कुमार को 57230 मत मिले थे । 4146 लाकर निर्दलीय उम्मीदवार धर्मेंद्र कुमार तीसरे स्थान पर है


हर प्रत्याशी गांव गांव जाकर अपने पक्ष को रखते हुए वोट मांग रहे हैं ।विकास की बात कर रहे हैं। उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनने में लगे हैं। सुबह से लेकर देर शाम तक प्रत्याशी मतदाताओं से मिलकर विजयी होने का आशीर्वाद मांग रहे हैं। बहराल जो भी हो मुकाबला हरि नारायण सिंह एवं ममता कुमारी के बीच में दिख रही है ।

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