बिहार फाउंडेशन 7 फरवरी को ग्लोबल इंवेस्टमेंट कनक्लेव का आयोजन कर रहा है. इस अवसर पर फाउंडेशन के सऊदी अरब, अमेरिका, हांगकांग और कतर समेत अनेक देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे.

औबैदुरर्हमान, सऊदी अरब
औबैदुरर्हमान, सऊदी अरब

क्लेव का उद्घाटन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी करेंगे. जबकि इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी भी इस कार्यक्रम को संबोदित करेंगे.

सऊदी अरब से ओबैदुर्हमान और अमेरिका से मून खान विशेष आमंत्रण पर इस ग्लोबल कंक्लेव में शामिल होंगे. ओबैदुर्रहमान बिहार फाउंडेशन के सऊदी चैप्टर के चेयरमैन हैं जबकि मून खान अमेरिका चैप्टर के चेयरमैन हैं.

ग्लोबल इंवेस्टमेंट कनक्लेव के इस वर्ष का थीम है ‘बिहार को जानो’

ओबैदुर्रहमान ने नौकरशाही डॉट इन को भेजे अपने संदेश में कहा है कि इस कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि इस अवसर पर दुनिया के दूसरे देशों में रह रहे बिहारियों की समस्याओं पर बात करने का अवसर मिलेगा.

बिहार को जानो

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बिहार में जो बदलाव और विकास कार्य हुए हैं उससे पूरे विश्व में बिहार का नाम रौशन हुआ है. उन्होंने कहा  बिहार से बाहर रहे रहे बिहारियों के मन में अपने राज्य में निवेश करने की इच्छा प्रबल हुई है. रहमान ने कहा कि सऊदी अरब में बिहार के हजारों लोग रहते हैं और वे बिहार में निवेश करना चाहते हैं.

जबकि बिहार फाउंडेशन के अमेरिका चैप्टर के चेयरमैन मून खान ने कहा कि “बिहार फाउंडेशन दूरा आयोजित “बिहार को जानो” प्रोग्राम प्रवआसिय बिहारियों के लिए एक सूखद पैग़ाम है. बिहार की पिछली खराब हालत के कारण हम बिहार से भाग तो आए थे  लेकिन अपना दिल वहीँ गलियों और खलियानों में भटकता छोड़ आए थे.

मून खान
मून खान

आज बिहार नयी दिशा की तलाश में है. बिहारियों को मालूम हो कि हम प्रवसिय बिहारी तन, मन, और धन से अपनी जन्म्भूमि की सेवा के करने  लिए आ रहे हैं.”

इस कंक्लेव में वेस्ट कॉस्ट चैप्टर के चेयरमैन रवि वर्मा व सदस्य बिमल वर्मा, हॉंगकॉंग चैप्टर के राजेश कुमार, कतर चैप्टर के चेयरमैन शकील अहमद काकवी, यूएई चैप्टर के चेयचरमैन उमर हेजाजीन भी भाग लेंगे.

 

बिहार फाउंडेशन बिहार सरकार के मातहत काम करने वाला संस्थान  है जिसके चेयरमैन जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी हैं जबकि विकास आयुक्त एसके नेगी इसके सदस्य सचिव हैं. बिहार फाउंडेशन का गठन तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुआ. इसका उद्देश्य अप्रवासी बिहारियों का नेटवर्क मजबूत करना और बिहार के विकास में उनकी भूमिका सुनिश्चित करना है.

By Editor