बोधगया बलास्ट के चौथे दिन देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने घटनास्थल का दौरा करने का बाद इशारा किया है कि फिलहाल मंदिर की सुरक्षा सीआएसएफ के हवाले नहीं की जाएगी.sushil.shinde

चंद्रभूषण कुमार

मुख्यमंत्री की मांग को ठुकराते हुए शिंदे ने कहा कि इस पर बाद में विचार किया जा सकता है.. दौरे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ,पूर्व मंत्री अम्बिका सोनी के साथ साथ भारत और बिहार सरकार के तमाम बड़े अधिकारी मौजूद थे.

गृह मंत्री और सोनिया गाँधी दिल्ली से स्पेशल विमान से बुधवार सुबह गया पहुंचे जिसके बाद सड़क मार्ग से बोधगया मंदिर जाकर बलास्ट स्थल का जायजा लिया. इसके बाद लगभग एक घंटे तक मंदिर प्रशासन और जाँच में लगे अधिकारीयों से मीटिंग की.

मीटिंग के बाद प्रेस से मुखातिब हुए शिंदे ने बताया कि दुनिया में शांति का सन्देश देने वाली धरती पर इस तरह की वारदात चिंता का विषय है.उन्होंने कहा आतंकियों ने13 बम लगाये थे जिसमे से 10 फटे है .सभी बमों में छोटे छोटे एक दो लीटर के सिलिंडर छर्रि ,रिंग सहित विस्फ़ोटक लगये गये थे.

सुरक्षा पर 3 जुलाई को हुई थी बैठक

एनआई की जाँच जारी है. हलाकि बिहार सरकार जाँच को लेकर कितना मुस्तैद है इसका अंदाजा आपको गृह मंत्री के बयां से ही होता है घटना 7 जुलाई की है और कल शाम यानि की 9 जुलाई को बिहार सरकार द्वारा जाँच के लिए चिठी दिल्ली भेजी जाती है.

गृह मंत्री ने इशारों में राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कई बिहार सरकार को सुचना दी गई थी बिहार टॉप लिस्ट में है . अभी हाल ही में 3 जुलाई को बैठक की गयी थी मंदिर के सुरक्षा के लिए. इसमें डीआईजी, डीएम, एसएसपी सहित सहित मंदिर प्रशासन के सभी अधिकारी खुद मौजूद थे. उसके बाद क्या करवाई हुई इसे देखा जाएगा. नितीश कुमार द्वारा मंदिर सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ मांगे जाने पर शिंदे ने कहा कि इस पर विचार होगा हलांकि कई राज्यों से मांग हुई है चाहे वह साईं मंदिर हो या जामा मस्जिद लेकिन इस पर विचार किया जाएगा .

प्रेस कांफ्रेंस में सोनिया गाँधी खुद थी. कुछ नहीं बोलीं. बल्कि गृह मंत्री को जबाब देने के लिए कहा

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