राष्‍ट्रपति चुनाव में जदयू का एनडीए के उम्‍मीवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करने के बाद महागठबंधन के नेता अब आपस में ही वार –पलटवार करने लगे हैं. जदयू के प्रदेश वशिष्ठ नारायण सिंह ने राजद नेताओं की बयानबाजी पर आज नाराजगी भरे स्वर में कहा कि जदयू को कोई डिक्टेट नहीं कर सकता है.

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने कहा कि पार्टी ने डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव के बयान को गंभीरता से लिया है. सरकार में बैठे लोगों से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है. दूसरों को नसीहत देने की बेहतर होगा कि राजद महागठबंधन का धर्म निभाए. उन्‍होंने कहा कि राजद की की बौखलाहट हमारे लिए समझ से परे है. गठबंधन और पार्टियां की नीतियां दोनों अलग-अलग चीजें हैं. जदयू ने छूप-छुपा कर कोई काम नहीं किया. फिर भी राजद के नेता बेवजह मुद्दा बना रहे हैं.

गौरतलब है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पुत्र व डिप्‍टी सीएम तेजस्‍वी यादव ने कहा था कि विपक्ष ने जीत के लिए प्रत्‍याशी खड़ा किया है. मैदान में उतरने से ही हार तय नहीं होती. उन्‍होंने तंज कसते हुए कहा था कि हम हार-जीत के लिए विचारधारा से समझौता नहीं करते. इससे पहले खुद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भी नीतीश के फैसले को ‘ऐतिहासिक भूल’ बताया था. वहीं, राजद के वरिष्‍ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी जदयू के इस स्‍टेंड पर सवाल उठाए थे.

 

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