सूक्ष्म-साधना-पद्धति ‘इस्सयोग’ के प्रवर्त्तक तथा अंतर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज के संस्थापक ब्रह्मलीन महात्मा सुशील कुमार तथा ब्रह्मनिष्ठ सद्गुरुमाता मां विजया जी की प्रतिमाओं का प्रतिष्ठापन तथा सायुज्य दिवस, गत बुधवार को स्थानीय गोलारोड स्थित संस्था के एम एस एम बी भवन में श्रद्धा और उत्साह से मनाया गया।IMG_20160518_192720_HDR
इसी दिन महात्माजी तथा माताजी का लौकिक सायुज्य हुआ था। इस लिये आज का उत्सव, अंतर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज के तत्त्वावधान में, ‘युगल-उत्सव’ के रूप में आयोजित किया गया। समारोह का आरंभ, संध्या पाँच बज कर पच्चीस मिनट पर ‘ओंकार’ की दिव्य-ध्वनि के साथ हुआ। उसके पश्चात सद्गुरुदेव और गुरुमाँ की मरमर पत्थर की बनी पद्मासना मूर्तियों को दूध, दही, मधु और जल से दस इस्सयोगियों शिवम झा, लक्ष्मी प्रसाद साहू, डा अनिल सुलभ, उमेश कुमार, श्रीप्रकाश सिंह (सद्गुरु की मूर्ति), माया साहू, रूची झा, निभा सिन्हा, सरोज गुटगुटिया तथा सुनैना देवी (माताजी की मूर्ति) द्वारा अभिषेक किया गया।

स्नानोपरांत मूर्तियों को वस्त्र व आभूषण प्रभात चन्द्र झा, नीतिन साहू, गायत्री राय तथा ममता जमुआर ने पहनाये।
आयोजन का विधिवत आरंभ माताजी के निदेशानुसार साधिका किरण झा द्वारा दीप-प्रज्ज्वलन कर किया गया। मूर्तियों पर माल्यार्पण अनंत कुमार साहू ने तथा नैवेद्य-अर्पण साधिका मंजू देवी ने किया। इसके पश्चात माताजी की दिव्य उपस्थितिमें, सद्गुरुदेव के आह्वान की साधना की गयी और उसके बाद एक घँटे का अखंड भजन-संकीर्तन किया गया। पौने आठ बजे संध्या से सवा आठ बजे तक जगत कल्याण के लिए विशेष ‘ब्रह्माण्ड-साधना की गयी। सर्व-धर्म-प्रार्थना और सद्गुरु-गुरुमाँ और भगवान सदाशिव की आरतियों के बाद महाप्रसाद के साथ यह दिव्योत्सव श्रद्धापूर्वक संपन्न हुआ।
समारोह की सफ़लता हेतु, संस्था के संयुक्त सचिव सी एल प्रसाद, राधेश्याम पाण्डेय, सुशील प्रजापति, किरण प्रसाद, वीरेन्द्र राय, राज कुमार प्रसाद, महेन्द्र सिंह, विजय रंजन, कृष्णमोहन राय, डा गीता जेना, युगल किशोर प्रसाद, सुजीत कुमार, राहुल समेत बड़ी संख्या में संस्था के अधिकारी व स्वयंसेवक सक्रिय थे।

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