मुजफ्फरपुर स्थित खुदीराम बोस केन्द्रीय कारा में महिला कैदियों से दुर्व्यवहार एवं यौन शोषण के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से मिले पत्र के आलोक में जिलाधिकारी ने पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है।


जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मिले पत्र के आलोक में मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि यह कमेटी एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी, जिसे पीएमओ को भेजा जाएगा। साथ ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जांच कमेटी के सदस्यों का नाम बताने तथा अब तक की प्रगति बताने से इंकार किया।

उल्लेखनीय है कि कारागार में बंद एक मां-बेटी ने कारा अधीक्षक एवं राइटर पर अभद्रतापूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए पीएमओ और राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र भेजा था, जिसे पीएमओ ने गंभीरता से लेते हुए इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव एवं मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी से प्रतिवेदन मांगा है। पत्र में महिला सिपाहियों की गलत हरकत के बारे में भी जिक्र है। आरोप यह भी है कि महिला सिपाही माँ-बेटी को अधिकारियों के पास जाने को मजबूर करती हैं और इंकार करने पर बेरहमी से पिटाई करती थी। हालांकि, पत्र लिखने वाली माँ-बेटी अभी जेल से बाहर हैं।

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