यूपी पुलिस एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गई, जब गोमती नगर इलाके में एक एक्सयूवी 500 में सवार एपल कंपनी के एरिया मैनेजर की पुलिसवाले ने गोली मार कर हत्या कर दी. दरअसल ये घटना तब हुई, जब एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी रात को अपने घर लौट रहे थे. उनके साथ गाड़ी में उनकी सहकर्मी सना भी थीं.

नौकरशाही डेस्‍क

मिली जानकारी के अनुसार, विवेक ने अपनी पत्नी को फोन पर बताया था कि वो सना को छोड़ने के बाद घर पहुंचेंगे. इसके बाद गोमती नगर इलाके में पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा, लेकिन जब कथित तौर पर विवेक ने गाड़ी नहीं रोकी तो कांस्टेबल प्रशांत चौधरी ने उन पर गोली चला दी जिससे उनकी मौत हो गई.

वहीं, इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि मामले की पूरी जांच होगी और अगर जरूरत हुई तो घटना की सीबीआई जांच कराई जायेगी. वहीं, एडीजी आनंद कुमार ने कहा कि हमने हत्या का केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. विवेक का कोई चरित्र हनन नहीं किया गया है. वे भले आदमी थे. जांच की जाएगी कि आखिर किन हालातों में गोली चली है.

मगर एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मीडिया से कहा है कि सिपाहियों के घुटने पर चोटें आई हैं. फिलहाल सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. इस मामले में मजिस्ट्रेटियल जांच की जाएगी. पंचायतनामा भी मजिस्ट्रेट द्वारा ही किया गया है. ये एक आपराधिक मामला है और इसी कारण 302 का मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. दोनों के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सुबूत थे.

उधर, मृतक की पत्‍नी ने सीएम पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब चाहती हूं, योगी जी ने कौन सा कानून पास कर रखा है, कौन सा लॉ एंड ऑर्डर बना रखा है. पुलिस ने मेरे पति को मार दिया. अगर वो जैसी भी हालत में थे उन्हें गोली क्यों मारी गई. आरटीओ से नंबर के जरिए पता करते और फिर घर आते. गोली मारने की जरूरत क्यों आई?

 

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