केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने आज इस्तीफा दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा चर्चित MeToo कैंपेन के तहत यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दिया है. गौरतलब हैै कि अकबर पर 20 महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगयाा था.

नौकरशाही डेस्क

एजमे अकबर ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि वे न्याय के लिए व्यक्तिगत लड़ाई लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अब वह निजी तौर पर केस लड़ेंगे. उनहोंने पीएम मोदी और सुषमा स्वराज का शुक्रिया अदा भी किया. साथ ही उन्होंने आपराधिक मानहानि की धारा IPC 499, 500 के तहत प्रिया रमानी के खिलाफ केस दायर किया है. इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर दो साल तक की सज़ा का प्रावधान है. अकबर ने कोर्ट में दिए अपनी याचिका में कहा कि इससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है.

बता दें कि MeToo अभियान के तहत अभी तक 20 महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर के ऊपर यौन शोषण का आरोप लगाया है. अकबर पर ये सभी मामले 10 से 15 साल पुराने हैं, जब अकबर मीडिया जगत से जुड़े हुए थे. मीटू आंदोलन के जोर पकड़ने के साथ ‘द एशियन एज’ अखबार में काम कर चुकीं 20 महिला पत्रकार अपनी सहकर्मी प्रिया रमानी के समर्थन में आईं.

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