राज्यसभा के सुचारू रूप से संचालन के लिए उसकी नियमावली में व्यापक संशोधन करने तथा इसके लिए कई नये नियमों को बनाने की सिफारिश की गई है। इस सम्बन्ध में राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू द्वारा गठित दो सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी। श्री नायडू को उनके कक्ष में 387 पृष्ट की यह रिपोर्ट पेश की गई। 

श्री नायडू ने संसद के दोनों सदनों के संचालन से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 118 (1) के तहत यह कदम उठाया है। उन्होंने इस वर्ष मई में इस समिति का गठन किया था। दो सदस्यीय समिति में राज्यसभा के पूर्व महासचिव वी के अग्निहोत्री एवं विधि मंत्रालय के पूर्व अतिरिक्त सचिव दिनेश भारद्वाज शामिल हैं। रिपोर्ट में 124 नए नियम बनाने और 77 नियमों में संशोधन का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा 84 नए निर्देश और 25 सुझाव की भी सिफारिश की है। समिति की इन सभी सिफारिशों पर नियमावली समिति विचार करेगी और उसकी सिफारिशों को सदन में रखा जाएगा और सदन की मंजूरी मिलने के बाद ही नियमावली में परिवर्तन किया जा सकेगा।

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में राज्यसभा में सदस्यों द्वारा हंगामे और सदन की कार्यवाही को बाधित करने की घटनाएं काफी बढ़ गई है, जिसके कारण सदन को सुचारू रूप से चलाना मुश्किल होता जा रहा है। संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में भी अब तक लगातार हंगामा होता रहा, जिसके कारण एक दिन भी कामकाज नहीं हो सका है। श्री नायडू सदस्यों से बार-बार सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील करते रहे हैं।

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