मोदी के कारण तीसरी के बाद चौथी लहर भी आएगी : राहुल

राहुल की चेतावनी, मोदी की नासमझी से आएगी तीसरी लहर


आज राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री आजतक कोरोना को समझ नहीं सके। उनके पास कोई स्ट्रैटजी नहीं है। तीसरी के बाद चौथी लहर आएगी।


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेवार बताया और कहा उनके पास कोई स्ट्रैटजी नहीं है। मोदी अच्छे इवेंट मैनेजर है, पर कोरोना के खात्म के लिए उनकी पास कोई रणनीति नहीं है।


राहुल ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लॉकडाउन, मास्क, दो गज दूरी ये सब कोरोना के स्थायी इलाज नहीं हैं। स्थायी इलाज सिर्फ वैक्सीन है। प्रधानमंत्री के पास वैक्सीनेशन की कोई रणनीति नहीं है। अनेक देशों ने पिछले साल ही वैक्सीन के ऑर्डर दे दिए, लेकिन भारत इस वर्ष जागा। इस वर्ष भी सरकार वैक्सीन डिप्लोमेसी में लगी रही। अपने देश में वैक्सीन देने के बजाय दूसरे देशों में भेजती रही। हर देश में वैस्कीन की एक कीमत है, पर हमारे देश में तीन कीमत है।


अब तक सिर्फ 3 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन दिया गया है। यही रफ्तार रही, तो मई, 2024 तक सबको वैक्सीन मिल पाएगा।


वैक्सीन देना केंद्र सरकार की जिम्मेवारी है। इसके लिए जो करना पड़े, उन्हें करना चाहिए। प्रधानमंत्री को साहस के साथ कदम उठाना चाहिए। इसके बजाय वे राज्यों को दोष दे रहे हैं। प्रधानमंत्री का काम दूसरे को दोष देना नहीं है। उन्हें निर्णय लेना चाहिए।


राहुल ने देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए सीधे प्रदानमंत्री को जिम्मेवार बताया।
प्रधानमंत्री आजतक कोरोना को समझ ही नहीं सके हैं। गर पहली लहर के बाद वैक्सीनेशन तेज हो जाता, तो दूसरी लहर नहीं आती, लेकिन तब प्रधानमंत्री बंगाल में रैली कर रहे थे। आज फिर वैक्सीन का संकट है। कोरोना म्यूटेट (स्वभाव बदलना) करता है। आप देर करेंगे, तो कोरोना फिर नया रूप लेकर तीसरी लहर बन जाएगा। वैक्सीन नहीं मिला, तो चौथी लहर भी आ सकती है। स्थायी इलाज वैक्सीन ही है।


राहुल ने कहा कि जितनी मौत सरकार बता रही है, वह झूठ है। सच्चाई का सामना करना चाहिए, तभी देश कोरोना से लड़ाई की सही रणनीति बना सकता है। एक पत्रकार ने पूछा कि कांग्रेस शासिस प्रदेशों में भी मृत्यु कम बती जा रही है। जवाब में राहुल ने कहा कि उन्होंने अपने मुख्यमंत्रियों से भी कहा है कि सच्ची सामने लाइए। गलत आंकड़ों से सही रणनीति नहीं बन सकती।

By Editor