लालू नीतीश की स्वाभिमान रैली में विगत दिनों हुई पीएम मोदी की रैली से बड़ी भीड़ जुटाना चुनौती है. अगर भीड़ जुट गयी तो भाजपा के लिए मोदी की एक सितम्बर की रैली के लिए बड़ी लकीर खीचना प्रतिष्ठा का सवाल बन जायेगा. swabhiman.rally

विनायक विजेता

राजद, जदयू और कांग्रेस सहित कुछ अन्य पार्टियों के साथ बना महागठबंधन द्वारा 30 अग्रस्त को पटना के गांधी मैदान में संयुक्त रुप से आयोजित ‘स्वाभिमान रैली’ जहां इस गठबंधन के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है वहीं इस रैली में शामिल होने आने वाले कार्यकर्ताओं और समर्थकों को अनुशासित रखना भी गठबंधन के नेताओं और दलो के लिए चुनौती होगी।

यह चुनौती खासकर राजद और लालू प्रसाद के लिए ज्यादा होगी जिनके शासन काल में हुई कई रैलियों में राजद समर्थकों ने पटना में जमकर बवाल काटा था। जदयू और राजद और कांग्रेस के गठबंधन के बाद इन तीनों दलों की पटना बिहार में यह पहली रैली है सिपर विपक्षी दल भाजपा और उसके सहयोगी दलों की भी नजर है।

 

विपक्षी दल भी चाहेंगे कि राजद या जदयू के कार्यकर्ता कुछ उत्पात मचाए ताकि उन्हें सत्ताधारी दल पर हमला बोलने का मौका मिल जाए।

महागठबंधन की इस रैली में उपस्थित होने वाली भीड़ पर भी विपक्ष के साथ अन्य उत्सुकों की नजर रहेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बिहार में बीती तीन सभाओं में भीड़ के मुकाबिल महागठबंधन कितनी भीड़ जुटा पाता है इसपर भी विपक्ष की नजर रहेगी साथ ही महागठबंधन की इस रैली का जवाब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भागलपुर में होने वाली सभा की भीड़ से भी देने की तैयारी विपक्ष कर सकता है।

कानून व्यवस्था का मामला

इस रैली से संबंधित पटना में जगह-जगह लगाए गए पोस्टों और बैनरों को तीन दिनों पूर्व पटना के तत्कालीन एसएसपी विकास वैभव के आदेश पर हटाए जाने के बाद शुक्रवार को विकास वैभव का पटना से हुआ तबादला भी विपक्ष के लिए अभी एक मुद्दा बना है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार पूर्व एसएसपी को भी ‘स्वाभिमान रैली’ के दौरान कुछ अनहोनी होने की आशंका की खबर थी चाहे यह अनहोनी इरादतन हो, गैर इरादतन हो या किसी साजिश के तहत। हालांकि नए और पटना में एक बार सिटी एसपी और दूसरी बार एसएसपी बनाए गए आईपीएस अधिकारी मनु महाराज की काबिलियत पर भी शक नहीं किया जा सकता पर ‘स्वाभिमान रैली’ उनके लिए भी एक चुनौती होगी।

गौरतलब है कि बीते वर्ष विजयादशमी के दिन रावण वध के दौरान पटना के गांधी मैदान में हुए हादसे के बाद मनु महाराज का पटना से तबादला कर दिया गया था। एक बार फिर वहीं गांधी मैदान शुक्रवार को पटना के एसएसपी के रुप में दुबारा प्रभार संभालने वाले मनु महाराज के साथ पटना के नए जिलाधिकारी संजय अग्रवाल के लिए भी एक चुनौती होगी

By Editor