भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राज्य की नीतीश सरकार कार्यरत शिक्षकों को वेतन देने में सक्षम नहीं है इसीलिए वह बहाने बना कर शिक्षकों की नई नियुक्तियां टाल रही है वहीं दूसरी ओर सरकार में शामिल राष्ट्रीय जनता दल :राजद: के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव खुली प्रतियोगिता परीक्षा से शिक्षकों की नियुक्ति की बात कर रहे हैं।sushil 

 
श्री मोदी ने यहां कहा कि श्री लालू प्रसाद यादव को बताना चाहिए कि क्या वर्ष 2011 में प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए हुई टीईटी और एसटीईटी जिसमें 70 लाख अभ्यर्थी भाग लिए थे, वह खुली प्रतियोगिता परीक्षा नहीं थी । उन्होंने कहा कि सत्ता के नए केन्द्र बने श्री यादव को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछना चाहिए कि प्रारंभिक शिक्षकों के 86 हजार और माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 30 हजार पद रिक्त रहने के बावजूद चार साल बाद भी टीईटी और एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की अब तक बहाली क्यों नहीं हुई है ।
भाजपा नेता ने कहा कि एसटीईटी में विज्ञान, गणित और अंग्रजी विषयों में रिक्तियों के विरूद्ध मात्र 5 प्रतिशत अभ्यर्थी उत्तीर्ण कर पाए नतीजतन माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में योग्य शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिक्तियों को भरने के लिए दिसम्बर में मुख्यमंत्री के स्तर पर विशेष परीक्षा आयोजित कराने के निर्णय के बावजूद सरकार आज तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर पाई हैं । हकीकत में सरकार शिक्षकों की बहाली करना ही नहीं चाह रही है।

By Editor