बिहार क्रिकेट का स्वर्ण युग आने को है. उम्मीद बंधी है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो आईपीएल के इतिहास में नया अध्याय लिखा जायेगा और मगध वॉरियर के रूप में बिहार की टीम आईपीएल-10 में हिस्सा ले सकेगी.

शुरू होने को है बिहार क्रिकेट का नया दौर
शुरू होने को है बिहार क्रिकेट का नया दौर

उम्मीद की जा रही है कि आने वाले अप्रैल तक जब  बीसीसीआई का पुनर्गठन हो जायेगा तो इंडियन प्रिमियर लीग की गवर्निंग काउंसिल के साथ इस बात का अंतिम रूप सामने आ जायेगा. बिहार क्रिकेट एसोसियशन के सचिव आदित्य वर्मा ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया है कि मगध वॉरियर को सपोर्ट करने के लिए अनेक कारोबारी घराने सामने आ रहे हैं. उम्मीद है कि सब कुछ ठीक रहेगा. हालांकि खिलाड़ियों के चयन में कुछ बदलाव होने की उम्मीद है लेकिन िसके बावजूद मगध वारियर में बिहार के कम से कम तीन खिलाड़ियों का होना तो तय है.

ध्यान रहे कि आदित्व वर्मा ने लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट के बाद बीसीसीआई के पुनर्गठन के लिए बहुत बड़ी लड़ाई लड़ी है और जीती है. यह आदित्व वर्मा ही हैं जिनके प्रयासों से बीसीसीआई से अनुराग ठाकुर को जाना पड़ा. आदित्य ने सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी और नतीजे में यह फैसला आया कि नेताओं को बीसीसीआई छोड़ना होगा.

ध्यान रहे कि इससे पहले बिहार क्रिकेट एसोसियशन की मान्यता बीसीसीआई से नहीं मिली थी. इसके लिए एक मजूबत लॉबी का लगातार प्रयास रहा कि बिहार को मान्यता नहीं मिले.

लेकिन सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद अब बिहार की उम्मीदें काफी बढ़ गयी हैं. अब बाजाब्ता एक पैनल का गठन किया गया है जो बसीसीआई से मान्यता के लिए काम कर रहा है. इस पैनल में आदित्य वर्मा और सुबोध कांत सहाय समेत अनेक लोग शामिल हैं.

By Editor