भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने जदयू-राजद-सपा सहित छह क्षेत्रीय दलों के महाविलय को भाजपा के लिए बड़ी चुनौती माना है। उनके अनुसार महाविलय भारतीय राजनीति की नई शुरुआत है। खुद के सीएम बनने के सवाल पर उन्होंने हंसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बनने के लायक न मेरे पास शक्ल है और न ही अक्ल। लंबे समय बाद पटना पहुंचे बिहारी बाबू से बातचीत का अंश प्रस्‍तुत।shatrudhan

शत्रुघ्‍न सिन्‍हा से रोशन कुमार राहुल की बाचतीत

 

राजद-जदयू-सपा सहित छह क्षेत्रीय दलों का महाविलय हो रहा है। क्या कहेंगे?

– ये महाविलय देश की राजनीति को नई शुरुआत देगा। जदयू, राजद,  सपा सहित देश के प्रमुख दल एक मंच पर आ रहे हैं। यह बहुत बड़ी बात है।

 

महाविलय भाजपा को फायदा पहुंचाएगा या नुकसान?

इतने बड़े दलों का एक साथ समागम हो रहा है। यकीनन यह भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है। लेकिन हम इस चुनौती से निपटने में सक्षम हैं। हमें कार्यकर्ताओं के भीतर उत्साह का संचार करना होगा। कार्यकर्ता ही पार्टी की रीढ़ हैं। उनके हौसले को बनाकर रखना होगा।

 

आपको सीएम के रूप में प्रोजेक्ट करने की चर्चा हमेशा उठती है?

(हंसते हुए) देखिए, मुख्यमंत्री बनने के लायक न मेरे पास अच्छी शक्ल है और न ही अक्ल।

 

बॉलीवुड को बिहार से दूसरा शॉटगन क्यों नहीं मिल सका?

ऐसा नहीं है। मेरी तमन्ना है कि आने वाले समय में मुझसे भी बड़ा कोई स्टार बिहार से उभरे।

साभार: दैनिक जागरण, पटना

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