चर्चित नैंसी हत्याकांड के गुनाहगारों को पुलिस ने आखिरकार दबोच लिया है. मासूम नैंसी का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसके खुद के चाचा ही निकले. जानकारी के मुताबिक पुलिस हिरासत में रखे गए नैंसी के चाचा राघवेंद्र और पंकज ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है.

मधुबनी, दीपक कुमार
एसपी दीपक वर्णवाल ने बताया कि सख्ती से हुई पूछताछ के बाद नैंसी के दोनों चाचा ने नैंसी की हत्या के पीछे के सारे राज उगल दिए. दोनों ने बताया कि नैंसी के बुआ का किसी के साथ प्रेम संबंध था. जिसकी जानकारी नैंसी को भी हो गई थी. इधर, नैंसी के बुआ का रिश्ता कहीं और तय कर दिया गया था. जिसके बाद नैंसी के चाचा को लगा कि कहीं नैंसी यह बात कहीं और न बोल दे. इसी डर की वजह से नैंसी का उनलोगों ने 25 मई को अपहरण कर लिया था. जबकि नैंसी के बुआ की शादी 26 मई को होनी थी.

नैंसी कहीं राज न उगल दे इस डर से दोनों चाचा ने मिलकर नैंसी की बेरहमी से गला दबा हत्या कर दी वहीं अगले दिन अपनी बहन की शादी भी संपन्न कराई. शादी के एक दिन बाद यानी 27 मई को दरिंदा चाचा ने अपनी भतीजी नैंसी का शव बाहर फेंक दिया.
बता दें कि काफी चर्चा में आये नैंसी झा हत्याकांड की मिस्ट्री सुलझाने के लिए एक SIT का गठन किया गया था. SIT की टीम ने 5 जून को नैंसी के चाचा राघवेंद्र और पंकज को शक के बिनाह पर हिरासत में लिया था. पुलिस ने बताया कि राघवेंद्र और पंकज के फ़ोन का रिकॉर्ड खंगालने पर दोनों पर शक बढ़ता गया. दोनों से अलग-अलग पूछताछ के बाद दोनों के बयानों में काफी अंतर पाया गया.

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