औरंगाबाद के डीएम कंवल तनुज ने सरकारी स्कूल के उस हेडमास्टर को निलंबित कर दिया है जिसने दलित रसोइये को नौकरी से हटा दिया था.

सामंती मानसिकता को डीएम कंवल तनुज ने दिये ऐसे जवाब
सामंती मानसिकता को डीएम कंवल तनुज ने दिये ऐसे जवाब

कंवल तनुज ने न सिर्फ दलित महिला को नौकरी पर बहाल किया बल्कि खुद भी बच्चों के साथ लाइन में बैठ कर मिड-डे मील( भोजन) का आनंद लिया.

पीड़िता ने इस बात की शिकायत जिले के डीएम से की। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए खुद ही जांच के लिए पहुंच गए। उन्होंने पीड़ित रसोइया, आरोपी हेडमास्टर, स्कूल के छात्रों औऱ ग्रामीणों से अलग-अलग बात की और मामले की तह तक जाने के बाद आरोप को सही पाया।

डीएम ने कार्रवाई करते हुए हेडमास्टर को तुरंत निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा कर दी है जबकि हटाये गये रसोइया उर्मिला को फिर से स्कूल में बहाल कर दिया गया है। इतना ही नहीं समाज में एक स्वस्थ संदेश भेजने की नियत से उन्होंने पिड़िता के हाथ से बने भोजन को बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर भरपेट खाया भी।

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गौरतलब है कि एक साल पहले ठीक ऐसी ही घटना के बाद गोपालगंज के डीएम सुर्खियों में आये थे जब उन्होंने भी दलित महिला रसोइए को ग्रामीणों द्वारा भगा दिया गया था. राहुल ने भी उस महिले को काम पर रखा और खुद भी बच्चों के साथ बैठ कर उनके हाथ का खाना खाया था.

ताजा मामले में कंवल तनुज ने भी समता की मिसाल कायम की है जिसकी काफी प्रशंसा हो रही है.

 

By Editor