बिहार में पांचवें और अंतिम चरण के चुनाव में 57 क्षेत्रों में 59.46 प्रतिशत के रिकार्ड मतदान के साथ ही विधानसभा की सभी 243 सीटों के लिए जनता ने अपना फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में लॉक करा दिया है और अब इंतजार 08 नवम्बर का है जब मतों की गिनती से नयी सरकार का दरवाजा खुलेगा ।images (4)

 

औसत 56.47 प्रतिशत मतदान

राज्य के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आर लक्ष्मणन ने यहां बताया कि मधुबनी,  सुपौल, किशनगंज,  अररिया,  पूर्णिया,  कटिहार,  मधेपुरा,  सहरसा और दरभंगा जिले के 57 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ था। उग्रवाद प्रभावित महिषी और सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान अपराह्न तीन बजे जबकि अन्य 55 विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे समाप्त हो गया । उन्होंने बताया कि कटिहार जिले में सबसे अधिक 67.27 प्रतिशत और सहरसा जिले में सबसे कम 50.78 प्रतिशत मतदान हुआ है । श्री लक्ष्मणन ने बताया कि मधुबनी में 55.87, सुपौल में 58.60, अररिया 62, किशनगंज में 61.54, पूणियां में 62.95 , मधेपुरा में 57.84 और दरभंगा में 58.27 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है ।
अंतिम चरण में रिकार्ड वोटिंग 

उन्होंने बताया कि जिन मतदान केन्द्रों पर मतदाता पांच बजे से पहले कतार में लग गये थे वहां उनके वोट देने तक मतदान का काम जारी रहेगा । अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पिछले चार चरणों का रिकार्ड पांचवें चरण के मतदान में टूट गया है । इससे पहले एक नवम्बर को 55 सीटों के लिए हुए चौथे चरण के मतदान में सबसे अधिक 57.59 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया था। वहीं 12 अक्टूबर के पहले चरण के मतदान में 57 प्रतिशत, 16 अक्टूबर के दूसरे चरण की 32 सीट पर 55 और 28 अक्टूबर के तीसरे चरण की 50 सीट पर 53.32 प्रतिशत मतदान  हुआ था । इस तरह बिहार विधानसभा की सभी 243 सीट के लिए औसत 56.47 प्रतिशत मतदान हुआ ।

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