जमुई के सिकन्दरा के अचम्भो गांव में बिना खाता खुले बैंको द्वारा डेबिट कार्ड भेजे जाने के मामले में  नौकरशाही डॉट कॉम समेत कुछ मीडिया में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई और फर्जीवाड़े में शामिल लोगों को गिरफ्तार  किया है.

जमुई:डेबिटकार्ड घोटाला में गिरफ्तारी
जमुई:डेबिटकार्ड घोटाला में गिरफ्तारी
मुकेश कुमार ,पूर्वी बिहार ब्यूरो
कमीशन पर हुए ट्रंजेक्शन
पुलिस ने इस मामले में पीएनबी बैंक सिझौड़ी से संबद्ध ग्राहक सेवा केंद्र गोखुला फतेपुर के संचालक सतीश कुमार एवं खरडीह ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक ज्ञान रंजन उर्फ़ राकेश एवं बिचौलिया कौशल सिंह को गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार सीएसपी संचालको ने पुलिस के समक्ष यह कबूल किया कि रोजगार सेवक के मिलीभगत से दो प्रतिशत के कमीशन पर उक्त कार्यो को अंजाम दिया गया है।
पूर्व मुखिया भी हिरासत में
इधर इस मामले में पुलिस ने पूर्व मुखिया सूमा देवी को भी हिरासत में ले लिया है।इस संबंध में सिकन्दरा थानाध्यक्ष विवेक भारती ने थाना परिसर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अचम्भो गांव में बिना खाता खुले हुए पंजाब नेशनल बैंक का बहुत सा एटीएम आया हुआ है।जिसके जांच के क्रम में यह पाया गया कि पंजाब नेशनल बैंक के दो सीएसपी ग्राहक सेवा केंद्र सिकन्दरा में सैकड़ो ग्राहकों का खाता खुला हुआ था।जिसमें हाल के दिनों में 42 सौ रूपये का ट्रांजेक्शन हुआ है जो फर्जी है।
865 डेबिट कार्ड जब्त
उन्होंने बताया कि इस मामले त्वरित कारवाई करते हुए सीएसपी संचालक ज्ञान रंजन एवं सतीश कुमार को गिरफ्तार किया गया।पूछताछ के क्रम में दोनों सीएसपी संचालको ने इन सब बातों को स्वीकार किया है कि यह पैसा मनरेगा का था।जिसका फर्जी निकासी बिचौलियों की मदद से किया गया।बिचौलियों में सिकन्दरा थानाक्षेत्र के पोहे निवासी पप्पू सिंह एवं अचम्भो निवासी कौशल सिंह का नाम सामने आया।साथ ही मनरेगा से सम्बंधित रोजगार सेवक राजेश कुमार उर्फ सुमन की संलिप्ता उजागर हुआ है।
इस मामले में रोजगार सेवक की बड़ी भूमिका रही है।उन्होंने बताया फरार बिचौलिया पप्पू सिंह एवं रोजगार सेवक राजेश सुमन को शीघ्र ही गिरफ्तार किया जायेगा। थानाध्यक्ष अध्यक्ष श्री भारती ने बताया कि इस बाबत 865 डेबिट कार्ड को जब्त कर उसकी जाँच की जा रही है।
फिलहाल इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक के अन्य कागजातों को खंगाला जा रहा है।साथ ही इस बैंक के दो अन्य सीएसपी केंद्र मंजोष एवं रौशनडीह(महादेव सिमरिया) की जांच की जायेगी।इससे संबंधित मामले सामने आने पर उन सीएसपी संचालको एवं बिचौलियो को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा।
ज्ञात हो कि इस मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब पुलिस ने पीएनबी की शाखा सिझौड़ी पहुँचकर संबंधित अभिलेख की जांच की तो पता चला कि यह मामला मनरेगा से जुड़ा फर्जीवाड़े का है।इसमें बड़े पैमाने पर ग्राहक सेवा केंद्र ,मनरेगा कर्मी व बिचौलियों की मिलीभगत का मामला उजागर हई।

By Editor