जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद पहली बार विधायक अनंत सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस की और लालू  परिवार  को सीधी चुनौती दी है. उन्होंने  कहा है कि मुझे बार बार अपराधी व भ्रष्ट कहने वाले तेजस्वी में दम है तो वह आयें और बिहार में कहीं भी मेरे खिलाफ चुनाव लड़ के दिखायें.

अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि यह लालू ही थे जिन्होंने नीतीश कुमार पर दबाव बना कर उन्हें जेल भेजवाया. अनंत ने कहा कि मुझे अपराधी और भ्रष्ट कहने वाले लालू प्रसाद खुद अपना सोचें, जिन्हें अदालत से भ्रष्टाचार के मामले में सजा मिल चुकी है. अनंत सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर अनेक केस हैं जो न्यायालय में लंबित हैं लेकिन अभी तक किसी मामले में मुझे कुसूरवार नहीं ठहराया गया. लेकिन लालू प्रसाद तो सजायाफ्ता हैं. अनंत सिंह ने कहा कि मोकामा की दो लाख लोगों की अदालत ने मुझे जिताया है. वहां कि जनता मेरे ऊपर लगाये गये आरोपों का चुनाव में जवबा दे दिया है.

अनंत सिंह  लालू प्रसाद पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उनके मॉल के आधे हिस्से की मांग की थी जिसे उन्होंने साफ तौर अस्वीकार कर दिया था. अनंत सिंह से पूछा गया कि लालू ने उनसे मॉल का आधा हिस्सा क्यों मांगा था, तो उन्होंने कहा कि बस मांग रहे थे. अनंत सिंह ने कहा कि मैंने उन्हें साफ जवाब दिया कि इस मॉल में पांच लोगों का शेयर है और इस पर तीस करोड़ रुपये का बैंक लोन है. इसलिए वह उनकी मांग पूरी नहीं कर सकते.

गौरतलब है कि 2015 विधानसभा चुनाव से पहले राजद जदयू का गठबंधन हुआ था. इसी दौरान अनंत सिंह जेल गये थे. चुनाव के वक्त जद यू ने अनंत सिंह को टिकट नहीं दिया तो उन्होंने स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और जीता.

अनंत सिंह का यह बयान अपने वोटर वर्ग को मैसेज देने वाला माना जा रहा है. ध्यान रहे कि अनंत सिंह के खिलाफ राजद का बयान के राजनीतिक निहतार्थ भी ठीक वही हैं जो अनंत सिंह के हैं.

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