हिन्‍दी-अंग्रेजी की मासिक पत्रिका फॉरवर्ड प्रेस के दिल्‍ली कार्यालय में दिल्‍ली पुलिस का छापा और मानवतावादी व बहुजन विचारों की अभिव्‍यक्ति पर हमले के खिलाफ प्रतिवाद मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च रेडियो स्‍टेशन से प्रांरभ होकर पटना जंक्‍शन पर जाकर समाप्‍त हो गया। इसमें मूलनिवासी संघ, मानवतावादी जनता पार्टी, बागडोर, आह्वान, त्रिवेणी संघ, एआईबीएसएफ, एनएपीएम, सत्‍यशोधक समाज समेत कई जनसंगठनों व नागरिकों ने भाग लिया।pratirodh

फॉरवर्ड प्रेस के कार्यालय में छापे का विरोध 

इस दौरान प्रतिरोध मार्च के संयोजक मनीष रंजन व ने कहा कि मानवतावादी व बहुजन विचारों की अभिव्‍यक्ति पर प्रहार लोकतंत्र की जड़ पर हमला है। फॉरवर्ड प्रेस पिछले पांच वर्षों से बहुजन विचार और वैचारिक धारा का प्रतिनिधि पत्रिका के रूप में स्‍थापित हो रही है। वह स्‍थापित सामाजिक मान्‍यताओं के खिलाफ नया वैचारिक आधार तैयार कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि इससे आहत ब्राह्मणवादी और आरएसएस पोषित ताकतों ने फॉरवर्ड प्रेस के मिशन पर हमला किया है। ये ताकतें मानवतावादी, बहुजनवादी, मूलनिवासी के वैचारिक आंदोलन को ध्‍वस्‍त करना चाहती हैं।

 

इस अवसर पर वरिष्ठ समाज सेवी महेंद्र सुमन ने कहा कि ऐसी घटनायें न सिर्फ पत्रकारिता बल्कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं.

इसकी हम निंदा करते हैं और ऐसे किसी भी प्रयास का हर स्‍तर पर विरोध किया जाएगा। इस मौके पर संतोष यादव, महेंद्र यादव, उमेश रजक, डॉ मुसाफिर, जितेंद्र वर्मा, सौरभ सुमन, अनंत, रामश्रेष्‍ठ दिवाना, सुबेदार आनंद, बबलू सम्राट, मानवतावादी जनता पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सुरेंद्र कुमार आर्य, प्रदेश अध्‍यक्ष फिरोज मंसूरी आदि मौजदू थे।

इस अवसर पर पत्रकार अनंत ने कहा कि इस से पहले वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई पर अमेरिका में हमला किया गया.

 

गांधी मैदान में भी प्रतिवाद

उधर गांधी मैदान में भी फॉरवर्ड प्रेस पर हमले का प्रतिवाद किया गया और इस घटना की निंदा की गयी। इस दौरान मानवतावादी जनता पार्टी के अध्‍यक्ष फिरोज मंसूरी ने कहा कि हमारे संगठन ने सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया है।

By Editor