उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोलतार घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता एवं तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री इलियास हुसैन को केन्द्रीय जांच ब्यूरो रांची की विशेष अदालत से चार वर्ष की सजा सुनाये जाने से यह स्पष्ट है कि घोटाले के कारण ही वर्ष 1990 से 2005 तक राजद के शासन काल में सड़क की स्थिति बदतर थी।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजद के शासन काल में अक्सर लोग सवाल किया करते थे कि सड़क में गड्ढे हैं या फिर गड्ढे में सड़क। इस तरह की बातों से यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि वर्ष 1990 से लेकर 2005 तक बिहार में राजद के कार्यकाल में सड़क की स्थिति क्या रही होगी। उन्होंने कहा कि सीबीआई की विशेष अदालत से कोलतार घोटाले में तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री को कल चार वर्ष की सजा सुनाये जाने से यह अब बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि घोटाले के कारण ही सड़क की स्थिति बदतर थी और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1990-91 में 84 किलोमीटर नयी सड़क का निर्माण हुआ तथा 138 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण किया गया। इसी तरह इस वर्ष 2000 किलोमीटर सड़क की मरम्मत की गयी और कुल 44 हजार 650 मिट्रिक टन कोलतार की खरीद हुयी। उन्होंने कहा कि वर्ष 1995-96 में मात्र छह किलोमीटर नयी सड़क का निर्माण हुआ और 1300 किलोमीटर सड़क की मरम्मत हुयी जबकि सड़क का चौड़ीकरण बिल्कुल भी नहीं किया गया। उन्होंन कहा कि इसी वर्ष 94 हजार मिट्रिक टन कोलतार की खरीद की गयी।

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