रविवार को आयोजित होने वाले दीन बचाओ देश बचाओ सम्मेलन की हिमायत में दरजनों संगठनों के बाद अब एदारा शरिया, ख्वानकाह मोजीबिया के अलावा अहले हदीस जैसे प्रमुख इस्लामी संगठन भी कूद पड़े हैं.

ऐतिहासिक सम्मेलन की तैयारियो में लगी रेजाकारों की टीम
पिछले कुछ वर्षों के दौरान बिगड़ी स्थिति को सुधारने, हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द व साझी संस्कृति का परचम लहराने के उद्देश्य से इमारत-ए- शरीया द्वारा 15-अप्रैल-2018 को गाँधी मैदान में राष्ट्रीय स्तर के “दीन बचाओ,देश बचाओ” कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है जिसकी गूँज पूरे भारतवर्ष में है । इस सम्मेलन का उद्देश्य बिना किसी मतभेद के सभी मत-मतांतरों को एक प्लेटफार्म पर लाना एवं नफरत का खात्मा करना है ताकि भारत का रहने वाला प्रत्येक नागरिक शांति पूर्ण वातावरण में आपसी प्रेम और सौहार्द के साथ रहे ।
इमारत-ए-शरिया बिहार,ओडिशा व झारखंड के अमीर शरीयत एवं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महा-सचिव हजरत मौलाना सैयद मो॰ वली रहमानी साहब ने समय की माँग को ध्यान में रखते हुए जो “दीन बचाओ,देश बचाओ” सम्मेलन के आयोजन का फैसला किया है वो महत्वपूर्ण है । भारत के निवासियों को इस कॉन्फ्रेंस से आशा है कि ये कॉन्फ्रेंस देश को नई सिम्त देगा । कुछ संस्थाओं एवं संगठनों ने इस कॉन्फ्रेंस की प्रशंसा की है तथा साथ-साथ खड़े रहने का आश्वासन भी दिया है ।
ख़ानक़ाह मुजीबिया फुलवारी शरीफ पटना के सज्जादानशीं पीरो मुर्शिद हजरत मौलाना आयतुल्लाह क़ादरी साहब ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि वर्तमान समय में जो शरीयत के बचाव से संबन्धित विरोध प्रदर्शन पूरे देश में जारी है वो देश के विभिन्न शहरों में सफल रहा है । आगामी 15-अप्रैल-2018 को बिहार राज्य में आयोजित होने वाली कॉन्फ्रेंस को सफल बनाने के लिए एकजुट हो कर आवाज़ उठाने की आवश्यकता है । मसलकी विचारों का एख्तलाफ़ इस कॉन्फ्रेंस की राह में हाएल नहीं है क्योंकि मुसलमानों की सभी जमातें आखिरी नबी सल्ल॰ की पैरोकार हैं ।
इमारत-ए-शरिया के तत्वधान में आयोजित होने वाली इस कॉन्फ्रेंस को एकजुट हो कर पूरे तौर पर सफल बनाने की हजरत ने अपील की है । तो वहीं दूसरी ओर एदारे शरिया, पटना के महासचिव सैयद मो॰ सनाउल्लाह रिज़्वी ने भी अपने अख़बारी ब्यान में कहा है कि वर्तमान केंद्र सरकार के नज़रीये से स्पष्ट होता है कि सरकार भारतीय मुसलमानों को तंग करने का इरादा कर रही है, आर॰एस॰ एस॰ कि पैरोकार वाली सरकार ने आज हमारी शरीयत पर उंगली उठाई है और हमारे संवैधानिक अधिकार को छीनने कि कोशिश की है । ऐसी स्थिति में हम सभी मुसलमानों का और सारे दीनी एदारों के ज़िम्मेदारान का फर्ज़ बनता है कि हम अपने मसलक को अपने-अपने दायरे में रख कर एक जुट हो कर संयुक्त प्रदर्शन के जरिये अपने ईमान का सबूत पेश करें ।
इसके साथ ही उन्होने कहा कि एदारे शरिया “दीन बचाओ, देश बचाओ” कॉन्फ्रेंस को सफल बनाने के लिए सबको साथ लेकर अपनी जिम्मेदारियों को अदा करने से पीछे नहीं हटेगा । उन्होने एदारे के मानने वालों से अपील करते हुए कहा की वो विशेष रूप से इस कॉन्फ्रेंस में सम्मिलित हों और दीन बचाओ देश बचाओ सम्मेलन को सफल बनाएँ ।
इसी तरह जमाअत अहले हदीस पटना के अमीर फज़ीलतुशैख हजरत मौलाना खुर्शीद मदनी साहब फुलवारी शरीफ ने भी अपने अखबारी ब्यान में कहा है कि दीन बचाव देश बचाव कॉन्फ्रेंस समय कि महत्वपूर्ण मांग है । इसमें शरीक होने के लिए पूरे बिहार में उत्साह का माहौल है ।
अपने इस्लामिक संस्कृति और शांति का प्रदर्शन करते हुए कॉन्फ्रेंस में सम्मिलित हों । उन्होने कहा कि अगर हमने वर्तमान सरकार द्वारा किए जा रहे अन्याय और अत्याचार पर चुप्पी साध ली और अपने संवैधानिक अधिकार को प्राप्त करने कि कोशिश नहीं की, शांति पूर्ण विरोध प्रदर्शन नहीं किया, अपने जुरअत इमानी और आपसी एकजुटता का सबूत नहीं दिया तो याद रखें हमारा भविष्य बहुत ही डरावना और अंधकार मय होगा । हमारे अस्तित्व के सुरक्षा का मामला भी संगीन हो जाएगा और मुसलमान बन कर इस देश में रहना कठिन हो जाएगा ।
अतः हालात के संगिनी और भविष्य के खतरों को देखते हुए क़ौम व मिल्लत का दर्द रखने वाले मुफ़क्किरे इस्लाम हजरत मौलाना सैय्यद मो॰ वली रहमानी साहब अमीरे शरीयत ने जो “दीन बचाओ देश बचाओ “ की तहरीक (आंदोलन) छेड़ी है ये उम्मते मुसलमाँ की सफलता और इज्ज़त व सरबलन्दी की आवाज़ लगाई है । मैं दीन के एक दाई और सेवक की हैसियत से तमाम ब्रेदराने इस्लाम से दिल की गहराइयों से गुजारिश करता हूँ कि वो हजरत अमीरे शरीयत की अपील पर जाग जाएँ और 15-अप्रैल -2018 को ऐतिहासिक गांधी मैदान पटना में इस अंदाज़ से एकत्रित हों कि वो अपनी तंग दामनी की शिकायत करने लगें । ये कॉन्फ्रेंस मुल्क व मिल्लत के लिए मेल-मिलाप की प्रतीक साबित होगी ।

By Editor