कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं मैसूर प्रशासनिक प्रशिक्षण केन्द्र की महानिदेशक रश्मि वी के साथ हुई मारपीट की घटना की जांच के आदेश दिए।  मैसूर पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारी के साथ मारपीट की योजना बनाने के आरोप में 18 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। मुख्यमंत्री सिद्धारामैया ने कहा कि सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। श्री सिद्धारमैया ने कहा कि हमें हमले के बारे में जानकारी मिली है। हम इस पर कार्रवाई करेंगे।  उल्‍लेखनीय है कि 17 साल की सेवा में रश्मि का 19 बार स्‍थानांतरण हो चुका है।

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कर्नाटक  सरकार ने दिये आदेश

 

प्राप्त जानकारी के अनुसार सुश्री रश्मि बुधवार को संस्थान के एक अधिकारी की अचानक मौत हो जाने के बाद उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं। उसी बात पर कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की थी।    सुश्री रश्मि ने कहा कि उन्होंने एटीआई में अमिता प्रसाद के कार्यकाल में हुई अनियमितताओं की सीबीआई से जांच करने की मांग की थी। इसी वजह से उन पर हमला किया गया था।   उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करके केटरिंग का अनुबंध एक वर्ष बढ़ा दिया गया था, जिसे उन्होंने तत्काल रद्द कर दिया।

 

मेस के सुपरवाइजर वेंकटेशका शव पानी के टैंक में बरामद किया गया था और सुश्री रश्मि इन्हें ही अंतिम विदाई देने गयी थी, जहां उन पर हमला हुआ।   इस बीच शहर के पुलिस आयुक्त एन सलीम ने नजराबाद पुलिस थाने से संबद्ध उप निरीक्षक नरेन्द्र बाबू को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है।

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