सारण के डीआईजी के निलंबन के बाद अब ऐसा लगता है कि शेखपुरा के एसपी बाबू राम का भी निलंबन हो सकता है. एडीजी मुख्यालय और आईजी की रिपोर्ट के आधार पर गृहविभाग ने विभागीय कार्रवाई का आदेश दे दिया है.

ध्यान रहे कि जनवरी के अंतिम सप्ताह में शेखपुरा के एसपी के ऊपर आरोप लगा था कि उन्होंने एक शराब व्यवसायी को बे रहमी से मारा था. यह भी आरोप लगा था कि मुकेश के गुप्तांग में भी चोटें आई थीं. इसके बाद से बिहार सरकार ने बाबूराम को शेखपुरा से हटा कर मुख्यालय बुला लिया गाया था. वह अभी वेटिंग फॉर पोस्टिंग पर चल रहे हैं.

जहां एक तरफ इस मामले में विभागीय कार्रवाई चलाने का सरकार ने निर्देश दिया है वहीं इस मामले की सीआईडी से भी जांच कराने की बात कही गई है.

सूत्र बताते हैं कि शेखपुरा एसपी बाबू राम के निर्देश पर बरबीघा पुलिस ने 24 जनवरी को बरबीघा थाना के तेईपर मोहल्ले से एक पच्चीस वर्षीय युवक मुकेश उर्फ छोटू को अवैध शराब बिक्री में संलिप्तता के कथित आरोप में गिरफ्तार कर लिया. मुकेश को एसपी आवास ले जाया गया जहां उसे छोड़ने के एवज भारी राशि की मांग की गई.

इस घटना के बाद एसपी बाबू राम ने नौकरशाही डॉट इन को बताया था कि उन्हें कुछ लोग फंसाना चाहते हैं. पुलिस ने उसे एक डंडा भी नहीं मारा था.

इस बीच गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने कहा है कि सरकार मौत से जूझ रहे मुकेश के रिश्तेदारों को एक लाख रुपये बतौर मुआवजा देगी. मुकेश को पिछले दिनों पीएमसीएच से हटा कर दिल्ली के एम्स में भेजा गया हा.

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