बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आदिवासी छात्र-छात्राओं के लिए पूर्व से संचालित 20 आवासीय विद्यालयों के अलावा 383.73 करोड़ रुपये की लागत से 11 नए आवासीय विद्यालय बनाये जायेंगे।

श्री मोदी ने पटना में आयोजित ‘वनवासी कल्याण आश्रम’ के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सात छात्रावासों के अलावा 13.72 करोड़ रुपये की लागत से आदिवासी छात्रों के लिए पांच नए छात्रावास के निर्माण का निर्णय लिया गया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि थरूहट क्षेत्र विकास योजना के तहत विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन पर अब तक 35.77 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं तथा वर्ष 2018-19 के लिए 27.61 करोड़ रुपये के प्रावधान के साथ पांच नए आवासीय विद्यालय की स्वीकृति दी गयी है। उन्होंने कहा कि पश्चिम चंपारण के थरूहट और जमुई में 34.83 करोड़ रुपये की लागत से एकलव्य मॉडल स्कूल खोला जाएगा।

 

मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) उत्तीर्ण आदिवासी समुदाय के 11 और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की पीटी उत्तीर्ण दो छात्रों को एक-एक लाख रुपये तथा 50-50 हजार की सहायता दी गयी है। मेधावृत्ति योजना के तहत मैट्रिक प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण कुल 7440 अनुसूचित जनजाति (एसटी) छात्रों को 10 हजार रुपये, द्वितीय श्रेणी को आठ हजार रुपये, इंटर प्रथम श्रेणी को 15 हजार रुपये और द्वितीय श्रेणी को 10 हजार रुपये दिए गए हैं। श्री मोदी ने कहा कि इतनी बड़ी आबादी यदि समाज की मुख्यधारा से अलग और विकास से वंचित रहेगी तो देश आगे नहीं बढ़ सकता है। इसलिए, वनवासी कल्याण आश्रम जो वर्ष 1952 से जंगल-पहाड़ के दुरूह इलाके में वनवासियों के बीच लगातार काम कर रहा है, उसे समाज के अन्य तबकों को भी सहयोग करना चाहिए।

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