पिछले कई दिनों से लालू प्रसाद और उनके परिवार पर हमलावर भाजपा नेता व पूर्व डिप्‍टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बयानों से लालू बाहर हो गए. शुक्रवार को केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर उन्‍होंने सिर्फ केंद्र की उपब्धियां ही गिनाई. सुमो ने कहा कि दो वर्ष पूर्व घोषित 1.65 लाख करोड़ की पैकेज की राशि से बिहार में तेजी से विकास का काम प्रारंभ कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बधाई के पात्र हैं.  

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने राज्य सरकार से पूछा कि क्या महात्मा गांधी सेतु की मरम्मत के लिए स्वीकृत 1700 करोड़ रुपये और बिहार की दर्जनों महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं पर जो हजारों करोड़ का काम हो रहा है वह पैकेज की राशि नहीं है? उन्‍होंने कहा कि बिहार सरकार ने अगर दीघा-सोनपुर सड़क पुल के एप्रोच रोड का काम समय से पूरा कर लिया होता तो महात्मा गांधी सेतु की मरम्मत का काम कब प्रारंभ हो गया होता. प्रधानमंत्री के वायदों के अनुरूप बिहार के लिए घोषित पैकेज की राशि से अधिकांश योजनाओं पर काम शुरू हो गया हैं.

सुमो ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण मद में चार गुना राशि उपलब्ध कराये जाने के बावजूद राज्य सरकार जानबूझ कर भूमि अधिग्रहण में विलम्ब करती है, ताकि समयबद्ध परियोजनाओं के पूरा होने का श्रेय मोदी सरकार को न मिल जाए. सिमरिया-खगड़िया, पटना-गया-डोभी, कोईलवर-आरा, छपरा-हाजीपुर, पूर्णिया-मधेपुरा (एनएच-107), शिवहर-जयनगर-नरहिया (एनएच-104), वीरपुर-उदाकिशुनगंज (एनएच-106) तथा पटना-हरनौत-बाढ़ जैसी महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण क्या राज्य सरकार करा रही है?

भाजपा नेता ने कहा कि नीतीश कुमार बतायें कि क्या इन सड़क परियोजनाओं पर खर्च होने वाली भारी-भरकम राशि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज का हिस्सा नहीं है? इसके अलावा गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के बगल में फोर लेन पुल, सोन नदी पर नौहट्टा के पास पुल और 1200 किमी नए एनएच की डीपीआर का काम लगभग अंतिम चरण में है. केन्द्र ने पैकेज में जो वायदा किया है उसकी एक-एक योजना का काम प्रगति पर है.

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