भाजपा नेता और बिहार के उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की ‘देश बचाओ, भाजपा भगाओ’ रैली पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि लालू प्रसाद ने रैली में 25 लाख लोगों के आने का दावा किया था, मगर ग़रीब रैल्ला का दसवां भी भीड़ नहीं जुटा पाये. गांधी मैदान आधा भी नहीं भर पाया. उन्‍होंने कहा कि लालू प्रसाद अपनी प्रवृत्ति नहीं छोड़ सकते. घोटाला करना और लोगों को बेवकूफ बनाना कोई उनसे सीखे, चाहे वास्तविक जीवन में हो या सोशल मीडिया में… ‘फोटो में भी घोटाला’

नौकरशा‍ही डेस्‍क

बता दें कि लालू प्रसाद के ट्वीटर अकाउंट से रैली में आये लोगों की भीड़ वाली एक तस्‍वीर पोस्‍ट हुई थी, जिसपर सोशल मीडिया में लोगों ने जमकर मजाक बनाया. उसी तस्‍वीर का जिक्र करते हुए सुशील मोदी ने लालू प्रसाद पर फेसबुक के जरिए फोटो घोटाला का आरोप लगा दिया. वहीं सुशील मोदी ने लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए कहा कि उनके बेटे ने एक बार भी नहीं बताया कि 26 साल की उम्र में कैसे 26 बेनामी संपत्ति के मालिक बन गए.

सुशील मोदी ने आगे कहा कि लालू परिवार देश का एकमात्र परिवार है, जिसकी दोनो पीढ़ी करप्शन में डूबी है. उन्‍होंने चारा घोटाले में सज़ा के बाद भी सबक़ नहीं सिखा. लालू के बेटे को बताना चाहिए था कि रघुनाथ झा, कांति देवी सहित आधे दर्जन लोगों ने करोड़ों की सम्पत्ति उसे क्यों दान कर दी? ममता को छोड़ कर सभी पूर्व ही आए हैं और पूर्व ही बने रहेंगे. सोनिया राहुल माया अरविंद लेफ़्ट कहाँ हैं?

उल्‍लेखनीय है कि पिछले दिनों सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद और उनके परिवार सदस्‍यों पर बेनामी संपत्ति का आरोप लगाते हुए लगातार एक महीने तक कई खुलासे किये थे. इसके बाद केंद्रीय एजेंसियों ने लालू प्रसाद और उनके परिवार सदस्‍यों के कई ठिकानों पर छापेमारी थी. साथ ही तत्‍काल उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव पर बेनामी संपत्ति रखने का केस भी दर्ज किया था. माना जाता है कि लालू प्रसाद के परिवार के परेशानियों का पहाड़ सुशील मोदी द्वारा किए गए खुलासे ने किया.

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