भारत-पाकिस्तान की सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए बंगलादेश और नेपाल की निकटता के मद्देनजर राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) के कोयला आधारित कहलगांव एवं फरक्का बिजली संयंत्रों की सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इन बिजली संयंत्रों की सुरक्षा में लगे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को हाई अलर्ट पर रखा गया है और संयंत्र परिसर की सुरक्षा पुख्ता कर चौबीस घंटे कड़ी चौकसी बरती जा रही है। खासकर, बंगलादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के संविदा एजेंसियों के इन संयंत्रों मे कार्यरत् कामगारों की गतिविधियों पर विशेष नजर रखे जा रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि कहलगांव एवं फरक्का संयंत्रों के सभी प्रवेश द्वारों पर चौबीस घंटे सुरक्षा बल तालाशी अभियान चला रहे हैं। इसके अलावा मुख्य संयंत्र, कोल एरिया, टरबाइन स्वीच यार्ड जैसे स्थानों पर खोजी कुत्तों के साथ बल के जवानों की तैनाती की गई है।वहीं, भारी संख्या में सादे लिबास मे जवान हर व्यक्तियों और बड़े-छोटे वाहनों की तालाशी ले रहे हैं। साथ ही वाहनों के कागजातों की भी जांच की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि झारखंड के गोड्डा जिले में अवस्थित ईस्टर्न कोल फ़ील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) की राजमहल परियोजना से इन दोनों संयंत्रों के लिए कोयले की ढुलाई करनेवाले कोयला रैकों की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।  इस बीच कहलगांव बिजली संयंत्र के सुरक्षा बल के प्रभारी समादेष्टा एस. एच. दत्ता ने ज बताया कि दोनों संयंत्रों मे चल रहे हाई अलर्ट के बाबत सभी जवान पूरी तरह से चौकस हैं और सभी की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। गृह मंत्रालय के निर्देशों का कडा़ई से पालन किया जा रहा है।

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