अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले राजद के वरिष्‍ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा बिहार सरकार के कामकाज लेकर उठाए गए सवाल से महागठबंधन में घमासान की स्थिति है. कांग्रेस के बाद अब जदयू ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

नौकरशाही डेस्‍क

जदयू के प्रवक्‍ता संजय सिंह ने लालू प्रसाद से पूछा कि वे कब तक रघुवंश प्रसाद सिंह से जदयू को गाली सुनवाते रहेंगे. जदयू प्रवक्‍ता ने कहा कि वे भाजपा के एजेंट हो गए हैं. राजद को उन्‍हें पार्टी से निकाल देना चाहिए. उल्‍लेखनीय है कि सोमवार को रघुवंश प्रसाद सिंह ने केंद्र सरकार के तीन साल के काम काज पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि केंद्र सरकार ने इन तीन सालों में कोई काम नहीं किया.

रघुवंश प्रसाद यहीं नहीं रूके, लगे हाथों बिहार में महागठबंधन की सरकार के डेढ़ साल के कामकाज पर भी सवाल उठा दिए. उन्‍होंने कहा कि बिहार सरकार ने भी कोई काम नहीं किया. ध्‍यान रहे के महागठबंधन की सरकार में राजद प्रमुख घटक दल है, जिसके वरिष्‍ठ नेता हैं रघुवंश प्रसाद सिंह. इसलिए उनके बयान से विपक्ष को महागठबंधन की सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया.

वहीं, रघुवंश के बयान पर तिलमिलाए कांग्रेस कोटे से निबंधन, उत्‍पाद एवं मद्य निषेध  मंत्री जलील मस्तान ने कहा था  कि रघुवंश प्रसाद का दिमाग खराब हो गया है. उन्‍होंने कहा था कि जो अपाहिज हो जाता है वो हीं ऐसा बयान देता है. हालांकि राजद की तरफ से इस संबंध में अभी तक कोई बयान नहीं है.

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