हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बीफ पर विवादित बयान दे कर जितनी किरकिर मोल नहीं ली उससे ज्यादा बदनामी उनको सफेद झूठ बोलने से उठानी पड़ गयी है.khattar

पहले तो बीफ पर खट्टर ने घृणा फैलाने वाला बयान दिया. जब इस पर उनका छीछालेदर हुआ तो अपने बयान से मुकर कर अखबार को ही बुराभला कहने लगे लेकिन अखबार ने उनके सफेद झूठ को दुनिया के सामने ला दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस को दिये इंटर्व्यू में मनोहर लाल खट्टर ने पहले कहा कि ‘मुस्लिम इस देश में रह सकते हैं लेकिन उन्हें बीफ खाना छोड़ना ही होगा….’ इस खबर के प्रकाशित होने के बाद खट्टर ने कहा था कि उनके बयान को अखबार ने तोड़मरोड़ कर पेश कर दिया है. वहीं उनके ओएसडी ने दो कदम आगे बढ़ते हुए कहा था कि उस इंटर्व्यू में खट्टर ने बीफ पर कुछ कहा ही नहीं था. ओएसडी ने यहां तक धमकी दी थी कि अखबार के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

इस विवाद के बीच अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने इस इंटरव्यू का ऑडियो टेप जारी कर दिया. इस टेप में खट्टर साफ यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि गाय हमारी आस्था से जुड़ी है. यह सदियों से है, ऐसे में यदि यहां रहना है तो गोमांस खाना बंद करना होगा.

खट्टर टेप में कहते सुने जा रहे हैं, ” मुस्लिम रहें, लेकिन इस देश में बीफ खाना छोड़ना ही होगा. यहां की मान्यता है गऊ, गऊ को छोड़कर भी मुस्लिम रह सकते हैं.  मुस्लिम समाज में कहीं नहीं लिखा है कि गऊ खाना जरूरी है.”

खट्टर ने आगे कहा, “हम लोकतांत्रिक देश हैं, इसमें आजादी होती है. लेकिन आजादी के भी नियम हैं. इस आजादी में दूसरी की आजादी और मान्यता का भी ख्याल रखना होता है. दूसरे की मान्यता का खयाल करना जरूरी है.”

खट्टर ने कहा था, “गलत ढ़ंग से तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है.  हमने कहीं भी इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है.”

खट्टर का जीवन

1954 में जन्मे खट्टर आरएसएस के पूर्णकालिक कार्यकर्ता रहे हैं. आरएसएस की परम्परा पालन करते हुए ख्ट्टर ने शादी नहीं की. उन्होंने 1977 में संघ को ज्वाइन किया और उसके तीन साल बाद पूर्णकालिक प्रचारक बन गये. 14 वर्षों तक संघ में रहने के बाद उन्होंने भाजपा ज्वाइन किया. और उसके बाद 2014 में हरियाणा के सीएम बनाये गये. वह 2000 से 2014 तक हरियाणा में भाजपा के संगठन मंत्री रहे.

 

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