बिहार सरकार ने गरीबों को बोनमेरो ट्रांसप्लांट, ब्रेन हैमरेज और हेपोटाइटिस समेंत कई अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता देने का निर्णय किया है। मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के विशेष सचिव उपेंद्रनाथ पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद् की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष में प्रावधानित राशि में वृद्धि या परिवर्तन करने एवं अधिसूचित रोगों के अलावा अन्य रोगों को शामिल करने की स्वीकृति दी गई। 


श्री पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष के तहत गरीबों को इलाज के लिए दी जाने वाली सहायता में पहले से कई बीमारियां शामिल हैं। लेकिन, आज की बैठक में बोनमेरो ट्रांसप्लांट, ब्रेन हैमरेज, हीमोफीलिया, ट्रांसजेंडर, हेपेटाइटिस तथा दुर्घटना एवं ट्रॉमा को शामिल करने का निर्णय लिया गया है।

श्री पांडेय ने बताया कि वित्त वर्ष 2017-18 में राज्य के परम्परागत विश्वविद्यालयों में कार्यरत, सेवानिवृत शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को वेतन और पेंशन का भुगतान करने के लिए चार अरब 91 करोड़ 47 लाख 23 हजार रुपये बिहार आकस्मिकता निधि से अग्रिम राशि की मंजूरी दी गई है। इसमें तीन अरब 61 करोड़ 71 लाख 70 हजार रुपये वेतन मद में तथा एक अरब 29 करोड़ 76 लाख छः हजार रुपये गैर वेतन मद में दिये गये हैं।
विशेष सचिव ने बताया कि बिहार विधान सभा सचिवालय द्वारा राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के भारत प्रक्षेत्र का छठा सम्मेलन इस वर्ष 16 से 19 फरवरी तक पटना में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन का आयोजन पर होने वाले खर्च का भुगतान करने के लिए बिहार आकस्मिकता निधि से एक करोड़ 40 लाख रुपये की मंजूरी प्रदान की गई है।

By Editor